-शहर के व्यवसायियों को करीब 10 करोड़ रुपए का नुकसान

न्क्त्रन्क्त्रढ्ढङ्घन्/क्कन्ञ्जहृन्: फारबिसगंज सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन घंटे की जबरदस्त बारिश से फारबिसगंज के व्यवसायियों को करीब 10 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। उन्हें नगर परिषद की लापरवाही के चलते यह क्षति हुई। एक माह पहले वार्ड 22 के लोगों ने मेन ड्रेन की सफाई नहीं कराने पर बंद करने के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग, पटना, स्थानीय निकाय और जिला प्रशासन को आवदेन दिए थे। लेकिन उसके आलोक में कार्रवाई नहीं होने पर नाराज लोगों ने बुधवार को मेन ड्रेन को बालू भरी बोरियों से बंद कर दिया था। मुख्य नाले को जाम किए जाने के बाद कुछ लोगों ने जागरण को सूचना दी थी कि अगर यूं ही नाले का पानी सड़कों पर बहता रहा तो 48 घंटे के अंदर फारबिसगंज नाले के गंदे पानी से भर जाएगा। इसी बीच रात को तीन घंटे तक मूसलाधार बारिश होने से 12 घंटे में ही नगर जलमग्न हो गया।

मेन रोड व मुहल्लों में 3 फीट पानी

गुरुवार की अल सुबह से ही गरज के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। मेन ड्रेन बंद होने से देखते ही देखते तीन घंटे में ही पूरा शहर जलमग्न हो गया। शहर के मुख्य व्यवसायिक स्थल छुआपट्टी, पटेल चौक, एसके रोड, सुभाष चौक, मानिक चंद्र रोड, डीडी। रोड, सदर रोड, गोढियारी रोड, स्टेशन चौक, कस्टम ऑफिस चौक आदि स्थानों पर करीब दो से तीन फीट पानी सड़कों पर बहने लगे। लोग सुबह उठे तो शहर की हालत देख हतप्रभ रह गए। दुकानों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में पानी प्रवेश करने से शहर के प्राय: सभी व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ा है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को ही मेन ड्रेन के जाम होने से विकट समस्या उत्पन्न होने की आशंका जताई गई थी।

बारिश होने से नगर के व्यवसायियों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। एक माह पहले वार्ड 22 के एक सौ से अधिक लोगों ने आवेदन देकर एक सप्ताह के अंदर मेन ड्रेन की सफाई करने की मांग की थी। मेन ड्रेन को खोलने के लिए प्रयास चल रहा है। इसके खुलते ही जमा पानी निकल जाएगा।

-सुमन कुमार, कार्यपालक अधिकारी, नप, फारबिसगंज