-रेल मंत्रालय ने दिया आदेश, सभी जोन के महाप्रबंधक खर्च का करेंगे आकलन

CHAKRADHARPUR: भारतीय रेल के छोटे-बड़े स्टेशनों एवं हॉल्ट पर टिकटों की बिक्री से रेलवे की आमदनी कम हुई तो उन स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव रेलवे बंद कर देगा। चाहे उन स्टेशनों पर पैसेंजर या एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव क्यों ना हो। इस संबध में रेल मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया है। रेलवे बोर्ड के निदेशक को¨चग वन नीरज वर्मा ने रेलवे के सभी क्7 जोन महाप्रबंधक को ट्रेनों के ठहराव को लेकर होने वाले खर्च का आकलन कर ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा है।

महाप्रबंधक देंगे ब्योरा

रेलवे जोन की ट्रेन की श्रेणी, ट्रेन में लगे स्लीपर, एसी एवं जनरल डिब्बे की औसत संध्या, ट्रेन की रफ्तार, ठहराव की अवधि, समय, ईधन में डीजल या इलेक्ट्रिक की खपत, विद्युत प्रति यूनिट की खपत का खर्च, कितने किलोमीटर का नुकसान व यात्री ट्रेन के ठहराव पर आनेवाले औसत खर्च का आकलन। सासंद एवं जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर रेलवे यात्री सुविधा को बढ़ाते हुए छोट-बड़े स्टेशनों एवं हॅाल्ट पर ट्रेनों का ठहराव देता है। ठहराव तो रेलवे दे देता है पर रेलवे को उस स्टेशन से आमदनी काफी कम होती है। इससे राजस्व की हानि होती है।

समीक्षा के बाद निर्णय

रेलवे बोर्ड सभी जोन के महाप्रबंधक द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट की समीक्षा के बाद ही ठहराव पर निर्णय लेगा। रेलवे का मानना है कि टिकटों की बिक्री घटने से खर्च बढ़ गया है। ऐसे में रेलवे ठहराव वापस लेकर दोहरे नुकसान से निजात पा सकेगा।