प्रार्थना पत्र रिसीव कराया

आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने शुक्रवार को एक आडियो रिकार्डिंग जारी कर मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाया था। रिकार्डिंग के साथ बातचीत का ब्योरा जारी किया था। इसी को आधार बनाकर शनिवार सुबह करीब 11 बजे मुलायम के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने हजरतगंज कोतवाली पहुंचे। पुलिस के आना-कानी करने पर उन्होंने धरने पर बैठने की चेतावनी देकर पुलिस से प्रार्थना पत्र रिसीव कराया। इस प्रार्थना पत्र में धमकी की पृष्ठभूमि में कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति व अन्य केखिलाफ एफआइआर दर्ज कराया जाना बताया गया है।

दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज

इस घटनाक्रम के बीच शाम पांच बजे गाजियाबाद निवासी महिला व उसका पति डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और इल्जाम लगाया कि 31 दिसंबर 2014 को गोमतीनगर थाने में दी गई उनकी तहरीर पर मुकदमा नहीं लिखा जा रहा है। उसे न्याय दिलाया जाये। डीजीपी मुख्यालय के अधिकारियों ने पीडि़त को महिला थाने भेज दिया। एसएसपी राजेश पांडेय के मुताबिक पीडि़त महिला के बयान की वीडियोग्र्राफी कराकर व उसकी तहरीर पर अमिताभ ठाकुर व नूतन ठाकुर के खिलाफ गोमतीनगर थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने बताया कि महिला के बयान को नूतन ठाकुर की ओर से गोमतीनगर थाने में 20 जून को मंत्री गायत्री प्रजापति व महिला आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी समेत आठ लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना में भी शामिल किया जायेगा।

क्या था नूतन की तहरीर में

नूतन की ओर से 20 जून को दर्ज कराई गयी एफआइआर में कहा गया है कि उन्हें व उनके आईपीएस पति अमिताभ को दो फर्जी महिलाएं खड़ी कर दुष्कर्म व मारपीट के झूठे मुकदमे में फंसाने का षड्यंत्र किया गया है। इसमें एटा की महिला का पता गलत है जबकि गाजियाबाद निवासी महिला के अभिलेखों में अलग-अलग हस्ताक्षर हैं। एसएसपी ने बताया कि नूतन ने उस समय तहरीर के साथ गाजियाबाद वाली महिला की ओर से 31 दिसंबर को गोमतीनगर थाने में दी गयी तहरीर भी संलग्न की थी।

क्या कहती है वादी महिला

शनिवार को डीजीपी मुख्यालय पहुंची गाजियाबाद निवासी महिला का कहना है कि मंत्री के खिलाफ दर्ज मुकदमें में उन्हें भी झूठे फंसाये जाने की जानकारी अखबारों से मिली। तब वह न्याय के लिये शनिवार अपने पति के साथ लखनऊ आयी। महिला व उसके पति ने बताया कि 31 दिसंबर 2014 की रात आठ बजे वे नौकरी के सिलसिले में गोमतीनगर निवासी अमिताभ ठाकुर के घर पहुंचे थे। जहां साक्षात्कार के बहाने नूतन ठाकुर घर के अन्दर ले गयीं, जहां पहले से कमरे में मौजूद अमिताभ ठाकुर ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। जिसकी उन्होंने एफआइआर करानी चाही लेकिन पुलिस ने तब कोई कार्रवाई नहीं की थी। महिला आयोग व कोर्ट से न्याय की गुहार लगाई थी। महिला ने बताया कि इस वारदात के करीब एक माह पूर्व गाजियाबाद में एक नेता के जरिए उसकी मुलाकात सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर से हुई थी, जिन्होंने नौकरी के लिये उसे लखनऊ बुलाया था।

पुलिस को नहीं दिया टेप

एसएसपी राजेश पांडेय के मुताबिक अमिताभ ठाकुर ने अभी तक मुलायम से हुई अपनी बातचीत का कोई रिकार्ड अथवा टेप नहीं दिया है। यह मिलता है तो उसकी फोरेंसिक जांच कराई जाएगी।

सपा का बोलने से इनकार

सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का कहना है कि वह इस मसले पर अभी कुछ भी नहीं बोलेंगे। अभी उन्हें पूरी स्थितियां पता नहीं हैं।

पटना में हुई थी व्यक्तिगत बात

नूतन ठाकुर का कहना है कि उनके पिता वर्ष 2005 में मुलायम सिंह से पटना में मिले थे और उस दौरान व्यक्तिगत वार्ता हुई थी। इसी तरह जसराना की जिस घटना का जिक्र मुलायम सिंह ने किया है, उस समय वर्ष 2006 में अमिताभ फीरोजाबाद में पुलिस अधीक्षक थे और मुलायम सिंह मुख्यमंत्री। उस समय वीआइपी कार्यक्रम की तैयारियों के दौरान अमिताभ पर कातिलाना हमला हुआ था। तब मुलायम के रोकने पर भी उन्होंने मुकदमा दर्ज करा दिया था।

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साभार: दैनिक जागरण

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