करणी सेना ने जलाई अपनी कार
फिल्म पद्मावत के विरोध में मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में करणी सेना के कार्यकर्ता उत्पात मचाए है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी ये लोग फिल्म का विरोध और हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। कई शहरों में तोड़फोड व आगजनी के भी मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में भोपाल में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने ज्योति टॉकीज पर हिंसक होने के साथ ही यहां खड़ी कई गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान इन्होंने  MP 04 HC 9653 क्रमांक की मारुति स्विफ्ट कार में ही आग लगा दी। जब कार धू-धू कर जलने लगी तो बाद में पता चला कि यह कार तो करणी सेना के कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह चौहान की है।

पद्मावत के व‍िरोध में गलती से फूंक दी अपनी ही कार,जानें कौन है करणी सेना और उसका इत‍िहास

करणी सेना के विरोध की ये है वजह
करणी सेना का आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मोड़ कर पेश जा रहा है। अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के प्रेम प्रसंगों को गलत दिखाया जा रहा है। फिल्म महारानी पद्मावती के जीवन पर आधारित है। राजकुमारी पद्मावती एक पद्मिनी थी, यानी वह सोलह कलाओं से परिपूर्ण थी। खास बात तो यह है कि पद्मावती का नाता राजस्थान से है।

जानें कैसी बनी थी ये करणी सेना

जानकारों की मानें तो करणी सेना राजस्थान के राजपूतों का एक सशक्त संगठन है। इसका निर्माण 2006 में हुआ था। बड़ी संख्या में इससे राजपूत जुड़े हैं। करणी सेना का मिशन राजूपतों के आक्षरण और अपनी संस्कृती को बचाने के लिए संघर्ष करना है। इस संगठन के संस्थापक के रूप में लोकेंद्र सिंह काल्वी और अजीत सिंह मामडोली को जाना जाता है।

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सेना का नाम करणी क्यों रखा गया

राजस्थान में करणी देवी हैं और यहां के घरानों में विशेष रूप से पूजी जाती हैं। इतना ही नहीं राजस्थान में करणी माता के नाम का एक मंदिर भी है। यहां पर बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं। वहीं धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक करणी माता को जगदम्बा का दूसरा रूप माना जाता है। ऐसे में राजस्थान में राजपूतों ने अपने संगठन का नाम करणी सेना रखा है।  

तीनों गुटों में बटी लेकिन मिशन एक
हालांकि स्थापना के कुछ वर्षों के बाद आपसी मतभेद के चलते करणी सेना तीन गुटों में बंट गई और सभी गुटों ने अपने-अपने नाम लोगो भी अलग कर लिए। इनके नामों में बहुत बारीक अंतर है। सबसे पहले गुट का का नाम श्री राजपूत करणी सेना है। वहीं जो दूसरे गुट हैं उनमें एक का नाम श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना समिति और श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना है।

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