अप्रैल से दिसंबर 2014 तक सिर्फ 1,215 नए करदाता जुड़े

नए करदाताओं से नगर निगम ने वसूला 26 लाख रुपए टैक्स

BAREILLY:

कहावत तो 9 दिन चले अढ़ाई कोस की बनाई गई थी। सुस्ती पर, लापरवाहों पर कमेंट कसते हुए। लेकिन नगर निगम के जिम्मेदारों की सुस्ती की मिसाल इस कहावत पर खरी न उतर पाती। इसलिए उनके लिए 9 दिन तो दूर 9 महीने भी तय टारगेट को पूरा करने में कम पड़ गए। टारगेट जो शहर में नए करदाताओं को निगम से जोड़ने का तय किया गया था। हालांकि टारगेट क्या रहा यह सच भी बताने में जिम्मेदार हिचक रहे। इसलिए पिछले क्0 महीनों में नए करदाता और उनसे की गई टैक्स वसूली के आंकड़ों को बेहतर मानते हुए खुद की पीठ थपथपा रहे। फिलहाल कम टैक्स वसूली से चिंतित अपर नगर आयुक्त ने अपने सभी टैक्स इंस्पेक्टर्स से सुबह 9 से दोपहर ख् बजे तक फील्ड में टैक्स वसूली करने के निर्देश ि1दए हैं।

क्,ख्क्भ् नए करदाताओं ने दिया टैक्स

अप्रैल ख्0क्ब् से 7 जनवरी ख्0क्भ् तक नगर निगम की ओर से नए करदाताओं को जोड़ने के लिए कई जगह कैंप लगाए गए। साथ ही एक निजी एजेंसी को सर्वे का जिम्मा सौंप नए करदाताओं के चिन्हीकरण की कवायद शुरू की। इन क्0 महीनों में निगम ने ख्फ्,भ्00 नए करदाताओं को टैक्स के दायरे में लिया। जिनमें से क्7,ब्00 को उनके मोबाइल में मेसेज भेजकर टैक्स चुकाने की जानकारी दी गई। वहीं इनमें से क्,ख्क्भ् नए करदाताओं ने ही अपना टैक्स चुकाया। जबकि भ्7,भ्00 करदाताओं का डाटा कम्प्यूटर विभाग में फीड किया जा चुका है।

ख्म् लाख रुपए की वसूली

निगम की ओर से अप्रैल ख्0क्ब् से दिसंबर ख्0क्भ् तक नए करदाताओं से टैक्स के तौर पर करीब ख्म् लाख रुपए की वसूली किए जाने की दावा किया जा रहा है। ख्0क्ब् की शुरुआत तक निगम के कम्प्यूटर विभाग में टैक्स की जद में आने वाले करदाताओं की संख्या करीब 88 हजार थी। इस साल की शुरुआत तक ख्फ्,भ्00 नए करदाताओं को जोड़ने के बाद यह आंकड़ा क्.क्क् लाख से ज्यादा होता है। जबकि निगम के जानकारों के मुताबिक शहर में क्.80 लाख से ज्यादा लोग टैक्स की जद में आते हैं। लेकिन इनमें से अब भी करीब 70 हजार करदाता निगम की टैक्स सीमा में चिन्हित नहीं किए जा सकें हैं।