-राप्तीनगर और गोरखपुर डिपो में महीनों से मेंटेनेंस के अभाव में खड़ी हैं गाडि़यां

-खड़ी गाडि़यों का हर महीनें लाखों रुपए टैक्स आरटीओ में हो रहा जमा

GORAKHPUR: परिवहन निगम की सैकड़ों बसें रोड पर दौड़ती हैं लेकिन उसके बाद भी लोकल बसें न चलने से पैसेंजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं रोडवेज प्रशासन की लापरवाही से राप्तीनगर और गोरखपुर डिपो में 25 से ज्यादा बसें मेंटेनेंस के अभाव में वर्कशाप में खड़े-खड़े दम तोड़ रही हैं। इससे भी बड़ी बात ये है कि इन बसों का लाखों रुपए टैक्स आरटीओ विभाग में हर महीने रोडवेज प्रशासन जमा कर रहा है। जिससे परिवहन निगम को चूना तो लग ही रहा है साथ इन बसों के न चलने से लोकल पैसेंजर्स को भी प्रॉब्लम हो रही है। वहीं रोडवेज प्रशासन इन बातों को दबाने में लगा रहता है।

महीनों से वर्कशॉप में खड़ी हैं गाडि़यां

सूत्रों की मानें तो सबसे ज्यादा बसे लगभग छह महीनों से राप्तीनगर वर्कशॉप में मेंटनेंस के अभाव में खड़ी हैं। वहीं कुछ बसें गोरखपुर डिपो के वर्कशॉप में भी खड़ी हैं। फिलहाल नवंबर का आकड़ा जो राप्ती नगर डिपो इंचार्ज ने आरएम को सौंपा हैं उसमे 13 गाडि़यां एक महीनें में शुन्य किमी चली हैं जबकि 12 बसें कुछ ही किमी चली हैं। जबकि हर बस को हर दिन कम से दो सौ किमी चलना होता है।

लाखों की कमाई प्रभावित

परिवहन निगम की एक बस 1 माह में लगभग 10 लाख कमाई करती हैं। इसी तरह से देखा जाए तो इन बसों के न चलने से करोड़ों रुपए का घाटा परिवहन निगम को हो रहा है। वहीं परिवहन निगम के जिम्मेदार इन बातों को दरकिनार कर अपनी मनमानी करने में जुटा है। जिससे राजस्व के क्षति के साथ ही पब्लिक भी दिक्कत झेल रही है।

शुन्य किमी चलने वाली बसें

0121, 0804, 1201, 1202, 2614, 2806, 3514, 3925, 4484, 5731, 7243, 4100, 5866.

इनकी उपयोगिता कम

0515, 3713, 4511, 4099, 2808, 3831, 4513, 7387, 3411, 4368, 2148, 4990.

-हर दिन चलने वाले पैसेंजर्स की संख्या- 25 से 30 हजार।

- परिवहन निगम की बसों की संख्या- 750

-डिपो की संख्या- 8

गोरखपुर डिपो में बसों से अप-डाउन करने वाली गाडि़यों की संख्या- 300

राप्ती नगर डिपो की बसों की संख्या-124

रोडवेज बसों का जमा होता दो तरह का टैक्स

पैसेंजर्स टैक्स- 450 रुपए प्रति सीट

क्वार्टली टैक्स- 58 रुपए प्रति सीट

हर महीने रोडवेज बसों का कुल टैक्स

98 लाख

वर्जन-

कुछ बसें हैं उनको मेंटेनेंस के लिए खड़ा किया गया है। बहुत जल्द इन बसों को ठिक कराकर रोड पर उतारा जाएगा।

डीवी सिंह, आरएम