- 5 हजार से अधिक सफाईकर्मी

- 2500 के करीब स्थाई सफाईकर्मी

- 49 कार्यदायी संस्थाएं निगम से जुड़ी

- 950 सफाईकर्मी कार्यदायी संस्थाओं के

-1550 के करीब संविदा सफाईकर्मी

- निर्धारित समय के स्थान पर सिर्फ एक या दो घंटा ही कर रहे ड्यूटी

- चोरी पकड़ने के डर से कई कर्मी नहीं पहन रहे स्मार्ट ट्रैकिंग वॉच

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOW: नगर निगम प्रशासन की ओर से दी गई स्मार्ट ट्रैकिंग वॉच ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. स्मार्ट वॉच से एक हैरानी भरा सच यह सामने आया है कि कई ऐसे सफाई कर्मी जिनकी ड्यूटी सुबह के वक्त शारदानगर या सरोजनीनगर की सफाई व्यवस्था में लगी हुई है, उनकी लोकेशन उन्नाव या मोहनलालगंज में मिली है, जिसके बाद निगम प्रशासन ने उनसे स्पष्टीकरण मांगने की तैयारी कर ली है. वहीं दूसरी तरफ निर्धारित समय तक ड्यूटी न करने वाले सफाई कर्मियों पर भी बेहद आसान तरीके से शिकंजा कसा जा रहा है.

जोन आठ से शुरुआत

निगम प्रशासन की ओर से जोन आठ में स्मार्ट ट्रैकिंग वॉच वितरण का कार्य शुरू किया गया है. अभी तक 500 से अधिक वॉच वितरित की जा चुकी है. चूंकि इन वॉच को लेकर ज्यादातर सफाई कर्मी संजीदा नहीं हैं, इसकी वजह से उनकी लापरवाही भी आसानी से पकड़ में आ रही है.

वॉच पहनने से बच रहे कर्मी

हाल में ही जोन आठ के सफाई कर्मियों को स्मार्ट वॉच दी गई हैं. हैरानी की बात यह है कि इनमें से पांच फीसदी सफाई कर्मी वॉच पहन ही नहीं रहे हैं. ऐसे सफाई कर्मी भी आसानी से ट्रैक किए जा रहे हैं. इनसे भी स्पष्टीकरण मांगा गया है.

लोकेशन हो रही फीड

निगम प्रशासन की ओर से स्मार्ट ट्रैकिंग वॉच दिए जाने के बाद उसकी मॉनीटरिंग के लिए निगम मुख्यालय में स्थित वार रूम में ही कंट्रोल रूम बनाया गया है. जहां से स्मार्ट वॉच पहनने वाले कर्मियों पर नजर रखी जा रही है. हर सफाई कर्मी की लोकेशन कंट्रोल रूम में फीड हो रही है.

आंकड़ों से सच आया सामने

दरअसल में, कंट्रोल रूम में हर एक सफाई कर्मी का अलग-अलग रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है. रिकॉर्ड में देखा जा रहा है कि सफाई कर्मी ने स्मार्ट वॉच पहनी है या नहीं, ड्यूटी स्थल पर पहुंचने की टाइमिंग क्या है और उसने कितने समय तक काम किया है. इसके आधार पर जो डाटा सामने आया है, उससे साफ है कि पांच से सात फीसदी सफाई कर्मी घोर लापरवाही बरत रहे हैं. कई सफाई कर्मी तो सुबह फील्ड में जाते हैं और महज दो या तीन घंटे काम करके ही वापस लौट जाते हैं.

रेड-ग्रीन सिग्नल बता रहे सच

कंट्रोल रूम में स्क्रीन पर रेड और ग्रीन सिग्नल शो होते हैं. अगर स्मार्ट वॉच पहने कोई कर्मचारी अपनी ड्यूटी लोकेशन पर काम कर रहा है तो स्क्रीन पर ग्रीन सिग्नल दिखेगा, वहीं निर्धारित क्षेत्र से बाहर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या रेड सिग्नल के रूप में दिखेगी. वहीं ड्यूटी ऑवर चेक करने के लिए ग्राफ ऑटोमेटिक जेनरेट हो रहा है.

जोन 4 का नंबर

जोन आठ के बाद अब जोन चार में सफाई कर्मियों को स्मार्ट वॉच दी जाएंगी. जिससे यहां भी लापरवाह सफाई कर्मियों को सामने लाया जा सके. इसके बाद अन्य जोन में भी यही व्यवस्था लागू की जाएगी. पहले ऐसे जोन में सफाई कर्मियों को स्मार्ट वॉच दी जा रही हैं, जहां सफाई की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्थाओं के पास है.

आज से नई व्यवस्था

शहर के करीब 35 वार्डो में एक अप्रैल से सफाई को लेकर नई व्यवस्था लागू होने जा रही है. इस नई व्यवस्था के तहत एक वार्ड एक एजेंसी कांसेप्ट लाया गया है. नई व्यवस्था में यह भी स्पष्ट है कि संख्या के हिसाब से नहीं बल्कि एरिया के हिसाब से सफाई कर्मियों को जिम्मेदारी दी जाएगी. इसकी मॉनीटरिंग नगर आयुक्त स्तर से होगी.

वर्जन

स्मार्ट ट्रैकिंग वॉच से लापरवाह सफाई कर्मी आसानी से सामने आ रहे हैं. वॉच की मदद से उनकी लोकेशन व ड्यूटी ऑवर को आसानी से ट्रैक किया जा रहा है. जिनकी लापरवाही सामने आई है, उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.

डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त