माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई), एनएसएसआईसी, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में 5-9 अक्टूबर तक पहली बार कानपुर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर आयोजित का आयोजन किया जा रहा है। संडे को कोल मिनिस्टर श्रीप्रकाश जायसवाल ने ट्रेड फेयर का विधिवत उद्घाटन किया। फेयर में छोटे-बड़े उद्यमियों की मौजूदगी में कोल मिनिस्टर ने कहा कि कानपुर का विकास उद्यमियों और श्रमजीवियों ने ही किया है। इसका क्रेडिट ना भारत सरकार को जाता है, ना ही राज्य सरकार को। इसमें भी सिंहानिया व जयपुरिया फैमिली का अहम योगदान है। जिनके प्रयासों की वजह से कानपुर इंडस्ट्रियल हब बन सका।

इंफ्रॉस्ट्रक्चर ठीक करने की जरूरत

मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ यूपी के प्रेसीडेंट महेन्द्र मोहन गुप्ता ने मुरे कम्पनी पुल की खस्ताहालत का उदाहरण देते हुए सिटी के इंफ्रॉस्ट्रक्चर के सुधारीकरण पर जोर दिया। साथ ही प्रॉपर एयर कनेक्टिविटी से भी शहर का इंडस्ट्रियलिस्ट स्ट्रक्चर को मजबूत बनाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी कम्पनीज और इंडस्ट्रीज को प्रमोट करने की जरूरत है। इससे कानपुर का विकास होगा और उसकी मदद से यूपी का। देश का विकास भी बिना यूपी के विकास के संभव नहीं। ट्रेड फेयर में ढाई सौ से ज्यादा एमएसएमईज ने अपने प्रोडक्ट्स की प्रदर्शनी लगाई है। उद्घाटन मौके पर एनएसआईसी के डायरेक्टर पी उदय कुमार, जोनल जीएम आरके शर्मा, आईआईए प्रेसीडेंट प्रमोद निघलानी व वाइस प्रेसीडेंट सुनील वैश्य, मर्चेंट्स चैम्बर के वाइस प्रेसीडेंट आईएम रोहतगी, जनरल सेक्रेटरी अनीता झा, एके सिन्हा, तरुण खेत्रपाल, नवीन खन्ना, मनमोहन राजपाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।