त्योहारी सीजन में टिकट की दलाली हुई तेज

फर्जी आईडी पर आनलाइन टिकट बना रहे हैं साइबर कैफे संचालक

prayagraj@inext.co.in

त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है। अगले एक पखवारे में कई बड़े त्योहार हैं। इस मौके पर जॉब के चक्कर में घर छोड़कर गए लोगों के लिए अपनो के बीच पहुंचना चैलेंज है। सबसे आसान सफर ट्रेनो में होता है। इसमें स्थिति यह है कि अगले एक पखवारे तक दिल्ली-हावड़ा रूट की किसी भी ट्रेन में कोई टिकट नहीं है। विकल्प बचा है तत्काल टिकट की आनलाइन बुकिंग। साइबर कैफे संचालकों ने इसमें भी हेराफेरी का रास्ता खोज लिया है। सिर्फ दो सौ रुपये एक्स्ट्रा चार्ज पर वह कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराने का दावा कर रहे हैं। यह रेलवे के जिम्मेदारों के संज्ञान में आ चुका है। शुक्रवार को आरपीएफ की कार्रवाई ने इसकी पुष्टि भी कर दी।

छापेमारी के बाद जब्त किया सामान

आरपीएफ ने शुक्रवार को फर्जी आईडी पर दूसरे के नाम पर आरक्षित टिकट बनाने वाले को धर दबोचा। पुलिस को जानकारी मिली थी कि सिटी साइबर कैफे में ई-टिकटिंग की दलाली हो रही है। इस पर टीम गठित कर मौके पर भेजी गई। छापेमारी में ई-टिकट दलाल मनीष कुमार प्रजापति पुत्र हरिशंकर प्रजापति निवासी नियर दुर्गा मंदिर राजरूपपुर को गिरफ्तार किया गया। तलाशी में काउंटर से 13219 रुपए कीमत के दस टिकट बरामद किए गए। उसने बताया कि फर्जी आईडी पर दूसरे के नाम का टिकट आरक्षित कराकर दो सौ रुपए अधिक लेकर बेचता था। आरपीएफ ने उसे रेलवे एक्ट की धाराओं में चालान किया है। आरपीएफ प्रभारी का कहना था कि इस तरह की छापेमारी आगे भी जारी रहेगी

टिकट के लिए मारामारी

अगले एक पखवारे के दौरान कई प्रमुख त्योहार पड़ रहे हैं

इसमें दिवाली, भाई दूज, चित्रगुप्त पूजा और छठ शामिल है

इन पर्वो पर बड़ी संख्या में लोग ट्रेनो से अपने घर आते-जाते हैं

दिल्ली-मुंबई रूट की सभी ट्रेनो में फुल हो चुकी हैं सीटें

तत्काल टिकट बनाने में हो रहा है खेल

पर्सनल आईडी से आनलाइन पहले बुक होता है टिकट

साइबर कैफे संचालक एक घंटे बाद बनवा सकते हैं टिकट

सूचना के आधार पर टीम को कार्रवाई के लिए भेजा गया था। सूचना सही निकली। कई टिकट बरामद हुए हैं। फेक आईडी बनाने के लिए इस्तेमाल कम्प्यूटर, प्रिंटर आदि जब्त कर लिया गया है। रेलवे एक्ट के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।

रजिंदर कुमार

प्रभारी निरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल