-वित्तीय अनियमितता के कारण उत्तराखंड और यूपी की टीम ने 27 स्थानों पर मारा छापा

-टीम में 250 सदस्य रहे शामिल, सुबह सात बजे शुरू की रेड

बरेली: आयकर विभाग की ओर से कर चोरी व वित्तीय अनियमितता की जांच को लेकर थर्सडे को शहर की दो बड़ी खाद्य तेल कंपनियों के 27 ठिकानों पर रेड डाली गई। छापेमारी की प्रक्रिया सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक चली। आयकर की टीम ने रेड के दौरान दोनों कंपनियों के प्रमुख दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। छापेमारी टीम के एक सदस्य ने बताया की 35 करोड़ रुपये से अधिक की अनियमितता कंपनी में मिली है। फ्राइडे को भी अन्य स्थानों पर रेड के साथ कंपनी के सभी दस्तावेज की पड़ताल होगी। टीम ने दोनों तेल कंपनियों के गोदामों, ऑफिस और उसके मालिक के आवास साहित 27 ठिकानों पर एक साथ रेड डाली। इस दौरान कंपनी से जुड़े सभी लोगों के मोबाइल फोन बंद करा दिए गए और बाहर आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। दबिश के दौरान पुलिस और पीएसी की भी मदद ली गई।

यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली की टीम शामिल

वित्तीय अनियमितता और कर चोरी की जांच करने के लिए यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली सहित अन्य स्थानों की टीम शामिल रही। अमरेंद्र कुमार प्रधान आयकर निदेशक जांच कानपुर ने बताया कि टीम में 250 सदस्य शामिल हैं।

वेडनसडे को शहर पहुंची टीम

शहर में दोनों कंपनियों पर रेड मारने के लिए आयकर की टीम वेडनसडे को ही आ गई थी। इस दौरान रात में कंपनी के कुछ ठिकानों की पड़ताल हुई। उसके बाद सुबह टीम ने एक साथ रेड डाली।

इन स्थानों पर दी रेड

आयकर टीम ने दोनों कंपनियों के श्यामगंज, परसाखेड़ा, नरकुलागंज, मारवाड़ीगंज सहित 27 स्थानों पर रेड डाली। इस दौरान टीम ने कंपनियों का आय और व्यय का ब्योरा खंगाला।

पुलिस और पीएसी रही साथ

आयकर टीम ने शहर की सबसे बड़ी छापेमारी में पुलिस और पीएसी का सहयोग लिया। कोई किसी तरह का विरोध न कर सके इसके लिए सभी स्थानों पर पुलिस और पीएसी के एक दर्जन से अधिक जवान मौजूद रहे।

आज भी हो सकती है रेड

प्रधान आयकर निदेशक कानपुर के अमरेंद्र कुमार ने बताया कि कंपनी की ओर से बड़े पैमाने पर कर चोरी की गई है। इसलिए फ्राइडे को भी रेड अन्य स्थानों पर दी जाएगी।

गलत खाता खोलकर हड़पे 1.30 करोड़

टीम के अनुसार कंपनी की ओर से कानपुर में बैंक ऑफ इंडिया में गलत अकाउंट खोलकर 1.30 करोड़ रुपये हड़प लिए। आयकर के अधिकारी ने बताया कि पैसा निकालने के बाद खाते को बंद कर दिया। इस दौरान भी कर चोरी की गई है।

0.68 प्रतिशत दिखाया कंपनी का मुनाफा

प्रधान आयकर निदेशक जांच ने बताया कि बरेली की इस बड़ी तेल कंपनी के मालिक ने बड़े पैमाने पर कर चोरी की है। कंपनी की ओर से प्रतिवर्ष 0.68 प्रतिशत मुनाफा दिया है जो पूरी तरह से गलत है। इसकी भी जांच होगी।

60 गाडि़यों से पहुंची टीम

शहर की दोनों तेल कंपनियों के कार्यालयों, गोदामों व मालिकों के घरों पर रेड करने के लिए आयकर की टीम 60 वाहनों से पहुंची। एक साथ बड़ी संख्या में आयकर की टीम को देखकर क्षेत्रीय लोग दिनभर दहशत में रहे।

दस्तावेज की दिल्ली में होगी पड़ताल

तेल कंपनियों के जो भी दस्तावेज जब्त किए गए हैं। उसकी पड़ताल दिल्ली में की जाएगी। दोषी पाए जाने पर कंपनी मालिक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कोलकाता की शेयर मार्केट से लिया फंड

दोनों तेल कंपनियों की ओर से कोलकाता शेयर मार्केट से 30 करोड़ रुपए फंड लिया। उसके बाद आज तक उसे दिया ही नहीं। मार्केट की ओर से कई बार नोटिस दिए गए, लेकिन न तो कंपनी ने रुपया वापस किया और न ही नोटिस का कोई जवाब दिया।

चल-अचल संपत्ति की होगी जांच

प्रधान आयकर निदेशक जांच ने बताया कि दोनों कंपनियों की ओर से बड़े पैमाने पर कर चोरी की गई है। देश के अलग-अलग स्थानों पर उनकी जमीन भी है उसकी भी पड़ताल होगी। इसके अलावा कंपनी की सभी चल अचल संपत्ति का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।