- नए साल में क्रॉसिंग नहीं करेगी परेशान

- नए वेटिंग हॉल, ट्रेंस की भी मिलेगी सौगात

- वहीं पैसेंजर्स एमिनिटीज में भी होगा इजाफा

GORAKHPUR: सीएम सिटी में लोगों पर सौगातों की बरसात हो रही है। लोगों की फैसिलिटीज में इजाफा हो रहा है, तो वहीं शहर में डेवलपमेंट नजर आ रहा है। इन सबके बीच अब नए साल में रेलवे भी लोगों को काफी सौगातें देने की तैयारी में है। इलेक्ट्रिक लोको शेड को भी एयरफोर्स की एनओसी मिल चुकी है, जो नए साल में बनकर तैयार हो जाएगी। इससे इलेक्ट्रिक ट्रेंस बढ़ने की उम्मीद है। नंदानगर में बन रहा अंडरपास जहां लोगों की आवाजाही के लिए बनकर तैयार हो जाएगा, वहीं कौवाबाग क्रॉसिंग भी लोगों के लिए ओपन कर दी जाएगी। इन सबसे जाम के झाम से भी लोगों को आजादी मिल जाएगी।

नए वेटिंग हॉल की भी सौगात

प्लेटफॉर्म नंबर एक पर टिकट काउंटर और एसी वेटिंग हॉल की लोगों को सौगात मिलेगी, तो वहीं रिटाय¨रग रूम और डारमेट्री का कायाकल्प भी शुरू हो चुका है, जिसके भी पूरा होने की उम्मीद की जा रही है। प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर सभी सुविधाओं से लैस वेटिंग हॉल बनाया जा रहा है, जहां पैसेंजर्स के बैठने, खाने-पीने के साथ ही ट्रेन की जानकारी के लिए भी जरूरी इंतजाम होंगे। इससे पैसेंजर्स को ठंड और कड़ी गर्मी में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

खत्म हो गई अनमैंड क्रॉसिंग

एक तरफ जहां नए साल में रेलवे लोगों को कई नई सौगातें देने की तैयारी में जुटा हुआ है। वहीं जो साल बीतने को है, इसमें भी रेलवे ने लोगों को काफी कुछ दिया है। 26 अप्रैल को कुशीनगर स्थित अनमैंड क्रासिंग पर हुई दुर्घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने महज पांच माह में एनई रेलवे की करीब 500 से ज्यादा अनमैंड क्रासिंग बंद करा दीं। वहीं पांच मई को रोजाना चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस को हरी झंडी मिली, जो पहले हफ्ते में चंद दिन ही चलती थी।

नई रेलवे लाइन पर भी मुहर

प्रधानमंत्री की कैबिनेट टीम ने उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद-बलरामपुर-भिनगा-बहराइच तक 240 किमी नई रेल लाइन पर अपनी मुहर लगा दी है। यह नई रेल लाइन इस एरिया के विकास में काफी अहम रोल प्ले करेगी। उम्मीद है कि नए साल में खुद पीएम नरेंद्र मोदी रेलवे की इस नई रेलवे लाइन का शिलान्यास करें। रेलवे धीरे-धीरे ही सही, लेकिन इसकी तैयारियों में जुटा हुआ है। वहीं इसी साल बिहार स्थित महराजगंज-मसरख बड़ी रेल लाइन का भी शुभारंभ किया गया, जिसपर ट्रेन दौड़ने लग गई हैं।

मोबाइल पर रेलवे का जनरल टिकट

रिजर्व की तरह अब जनरल टिकट भी इस साल मोबाइल पर आ गया। 16 अक्टूबर को एनई रेलवे प्रशासन ने यूटीएस मोबाइल एप लांच कर एक शानदार उपलब्धि हासिल की। एप से बुक टिकट मोबाइल पर मान्य होने लगे हैं।

कैंट-पनियहवा रूट इलेक्ट्रिफाइड

गोरखपुर कैंट-पनियहवा रूट का इलेक्ट्रिफिकेशन भी इसी साल पूरा हुआ है। अब अन्य लाइनों पर फोकस है। वाराणसी-गाजीपुर सिटी-बलिया रेल मार्ग पर तो मेमू ट्रेन चलने लगी है। मंत्रालय के निर्देश पर रेलवे बोर्ड ने सभी सिंगल और डबल लाइंस पर इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए हरी झंडी दे दी है।

नई ट्रेनों ने पहुंचाई राहत

नई ट्रेनों ने आम जनता की राह आसान बनाई है। काठगोदाम-देहरादून-नैनी, मऊ-लखनऊ और मंडुआडीह-पटना एक्सप्रेस के चलने से लोगों को राहत मिली है। बजट में घोषित छपरा-गोरखपुर-लखनऊ नई एक्सप्रेस भी चलने लगी है।

वर्जन

रेलवे लगातार पैसेंजर्स की सुविधा के लिए काम कर रहा है। इस साल नई ट्रेंस चलाई गई हैं। जनरल टिकट मोबाइल पर बनाने की सुविधा दी जा चुकी है। नए साल में भी लोगों को कई सुविधाएं मिलेंगी।

- संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे