- हर सच्चे हिन्दुस्तानी का जज्बा दुश्मनों पर पड़ेगा भारी

PATNA : कश्मीर घाटी के उड़ी में सेना के बेस कैम्प पर हुए आतंकी हमले में एक दर्जन से अधिक जवानों की शहादत पर पूरा देश गमगीन है। सोशल मीडिया से लेकर चौपाल तक इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। कोई युद्ध कर पाकिस्तान पर विजय पाने की बात कर रहा है तो कोई कूटनीति का सहारा लेकर परास्त करने का विचार व्यक्त कर रहा है। ऐसी तमाम चर्चाओं के बीच शुक्रवार को जब आई नेक्स्ट ने सेना के रिटायर्ड पदाधिकारियों जवानों के साथ समाज के बुद्धजीवी वर्ग के लोगों के साथ परिचर्चा की तो न सिर्फ सीमा पर तैनात जवानों का दर्द सामने आया बल्कि अन्य कई समस्याएं उभर कर सामने आई। हम आपको बता रहे हैं कि आई नेक्स्ट के सम्पादकीय प्रभारी अश्वनी पांडेय के संचालन में हुई परिचर्चा में किसके दिल में छिपा कौन सा दर्द निकल कर बाहर आया।

जिस तरह से मनुष्य के ऊपर ग्रहों की चाल का असर होता है उसी तरह से देश पर भी प्रभाव पड़ता है। शनि और मंगल ग्रह ऐसे कारक बन रहे हैं जिससे देश पर आतंकी हमले हो रहे हैं। ग्रहों के मुताबिक समय अनुकूल नहीं है फिर भी देश पाकिस्तान को चुनौती देने के लिए पूरी तरह से मजबूत स्थित में है।

- आचार्य अरुण, ज्योतिष विद्वान

हमारे लोगों में ही कहीं न कहीं से कोई कमी है जिससे दुश्मनों को संदेश पहुंच रहा है। सूचनाएं लीक हो रही हैं और दुश्मन वार कर रहे हैं। इस पर गंभीरता से विचार कर काम करना होगा। आंतरिक सुरक्षा की जानकारी दुश्मन देश को नहीं मिले तो आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पएंगे। ऐसे लोगों को सेना के करीब नहीं जाने दें जिससे डर हो।

- सुजीत कुमार, जन चेतना अभियान

पाकिस्तान ऐसी हरकत हमेशा करता है लेकिन हमारी खुफिया एजेंसियों से कभी कभी चूक हो जाती है। ऐसे में सवाल ये है कि क्या पाकिस्तानी आतंकी हमारी खुफिया तंत्र से अधिक एक्टिव हैं? सेना को पूरी स्वतंत्रता दी जाए जिससे वह दुश्मनों को शिकस्त देने में पूरी तरह से कार्रवाई कर सके। राजनेताओं का सेना पर कमेंट बंद होना चाहिए।

- डॉ सुंदरकांत चौधरी, प्रदेश संयोजक

जम्मू कश्मीर जागृति मंच

जम्मू कश्मीर में रह रहे लोगों की मानसिकता बदलने की जरुरत है। वहां के लोगों का माइंड वाश कर पूरी तरह से हिन्दुस्तानी बना दिया जाए तो देश की सुरक्षा में बड़ा काम होगा। इसके अलावा सेना में मेन पावर की कमी को दूर कर दिया जाए और विजिट पर जोर दिया जाए आतंकियों के मंसूबे पर पानी फिर जाएगा।

- संजय कुमार, रिटायर्ड फौजी

कश्मीर के लोगों का लोकल रिलेशन पाकिस्तान में है। शादी ब्याह आना जाना और अन्य कई जुड़ाव है जो सुरक्षा में घातक है। जम्मू कश्मीर में लोगों के अंदर देश भावना को जागृत करने के बाद ही हम सुरक्षा का बड़ा खाका खींच पाएंगे। वहां जन जागरुकता कर लोगों का माइंड वाश करने की जरुरत है।

-कैप्टन आरएन सिंह,

बिहार स्टेट एक्स सर्विस मैन

हिन्दुस्तानी भावनात्मक सोचते हैं और पाकिस्तान इसका फायदा उठाता है। हमे ये सोच बदलनी होगी। घाटी पर चरमपंथी का सफाया करना होगा। चरमपंथियों को हटा दिया जाए तो कश्मीर शांत हो जाएगा। देश में रहकर घात करने वालों को भी तलाशना होगा जिससे देश की सुरक्षा पर आंच न आए।

- रणधीर कुमार, प्रदेश कोषाध्यक्ष

जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र

कश्मीर के लोगों में देश के प्रति नकारात्मक सोच है। उन्हें लगता है कि सरकार उन्हें नजर अंदाज करती है। इस नकारात्मक सोच का पाकिस्तान भी प्रलोभन देकर फायदा उठाता है जो हमारे लिए घातक है। जागरुकता अभियान से ही हम इसे रोक सकते हैं।

- नीरज कुमार, सेक्रेटरी

नेशनल यूथ प्रोजेक्ट

कहीं न कहीं से सिस्टम में ही कमी है जिससे पाकिस्तान ऐसी हरकत कर रहा है। इस पर अंकुश लगाने के लिए हमे और मजबूत होना होगा और आतंरिक सुरक्षा को लेकर विशेष रणनीति बनाकर लोगों में देश की सुरक्षा के लिए जागरुकता का भी काम करना होगा।

- समिता शरन, नेशनल यूथ प्रोजेक्ट

आर्मी का हाथ बांध दिया गया है जिससे वह स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पा रही है। सेना को पूरी तरह से फ्री हैंड छोड़ दिया जाना चाहिए। इसके बाद बस मनोबल बढ़ाएं और फिर देखें सेना कैसे दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देती है। सरकार को इस पर काम करना होगा और फिर हमारी ताकत देखने होगी।

- आर एन उपाध्याय, अध्यक्ष

बिहार स्टेट एक्स सर्विसेस

सेना राष्ट्र की अतुलनीय सम्पत्ति है और इसकी क्षति देशहित में नहीं है। ऐसे में सेना के बारे में गलत सोच रखने वाला देश का दुश्मन है। सेना के जवानों को रिटायर होने के बाद सीमा पर ही शस्त्र देकर लगा देना चाहिए। इससे बॉर्डर पूरी तरह से मजबूत हो जाएगा। जो भी सेना के बारे में गलत सोचता है उसपर कार्रवाई होनी चाहिए।

- कर्नल आरडी सिंह, संयोजक

बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ

राजनेताओं का बेटा फौज में नहीं होता है इसलिए वह फौजी का दर्द नहीं जान पाते हैं। यही कारण है कि उड़ी हमले के बाद कई राजनेताओं ने घटिया कमेंट किया है। यह काफी निंदनीय है। सेना की देना है जो लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सेना का हौसला बढ़ाएं न कि उन्हें कमेंट से हतोत्साहित करें।

- एलटी। एनके सिंह, पे्रसीडेंट

बिहार स्टेट एक्स सर्विसेस

हर छोटभ् घटना बड़ा संकेत देती है, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है। छोटी घटनाओं को एक सबक के रूप में लिया जाए तो हम बड़ी घटना से पहले आतंकियों को चुनौती दे सकते हैं। सरकार ने सबक लिया होता तो शायद ऐसी घटना नहीं होती। अब तो गंभीरता दिखानी होगी।

- धनंजय कुमार, प्रेसीडेंट

लायंस क्लब ऑफ पटना सेंट्रल

उड़ी में अटैक बदले की भावना से की गई है। पाकिस्तान भारत को ललकार रहा है और चीन उसका साथ देने को आगे आ रहा है। ये स्थिति नाजुक है और सोशल मीडिया से गोपनीयता भंग हो रही है। सेना की वर्दी में जासूस भी सोशल मीडिया से जड़कर जानकारी ले सकता है। ऐसे में सोशल मीडिया को लेकर सरकार को विशेष ध्यान देना होगा।

- डॉ श्रवण कुमार सिंह, प्रोफेसर

जीपी सिन्हा सेंटर फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट

हमारी सेना दुश्मनों को पस्त करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। हमे बस भरोसा करना होगा और सेना का मनोबल बढ़ाना होगा। देश के बच्चे बच्चे के अंदर राष्ट्र सेवा व सुरक्षा की भावना जागृत करनी होगी। शहीदों की शहादत जाया नहीं जाएगी सेना इसका बदला अपने हिसाब से लेगी बस केवल उसे स्वतंत्र किया जाए।

- धीरज कुमार, प्रेसीडेंट

यूनिटी ऑफ इंडियन कैडेटस

देश को आत्म सुरक्षा की जरुरत है। कश्मीर तो राजनीतिक समस्या है। इसमें जब तक स्थानीय लोगों का स्पोर्ट नहीं होगा समस्या का समाधान नहीं होगा। हमे घुसपैठ का काउंटर करना होगा और राष्ट्रीय मुद्दे पर देश के सभी राजनेता को एकजुट होना होगा। राजनेता और जनता देश की सुरक्षा को लेकर एकजुट हो जाए तो दुश्मन आंख नहीं दिखा पाएंगे।

- राम उदय सिंह, सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर

जनरल सेक्रेटरी बिहार स्टेट जूडो एसोसिएशन

खतरा पाकिस्तान के साथ साथ देश में बैठे उसके जासूसों से भी है। ऐसे राजनेताओं का बहिष्कार करना होगा जो देश को तोड़ने का काम करते हैं। जो भी भारत को तोड़ने का काम करे उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। देश की सुरक्षा के लिए आंतरिक सुरक्षा मजबूत की जाए।

- ऋषिकेश नरायन सिंह, कन्वेनर

बिहार यूथ फोर्स

सुरक्षा के मामले में देश के हर दल और जन का एक जुट होना जरुरी है। देश में ये पहली घटना नहीं है इसके पहले भी पाकिस्तान आतंकी हमला कर चुका है। हमे एक जुट होकर सेना का मनोबल बढ़ाते हुए मजबूती के साथ खड़ा होना होगा।

- नरेंद्र कुमार मिश्रा, युवा संगम

देश में कुछ तत्व ऐसे हैं जो आतंकियों का मनोबल बढ़ाने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। ये सूचनाएं लीक कर घटनाएं करा रहे हैं। सरकार को इस पर गंभीरता से काम करना होगा।

- अमित कुमार, भारद्वाज फाउंडेशन

जम्मू और कश्मीर में सेना बढ़ाना चाहिए और सिविल के लोगों को सेना के कैंप में प्रवेश पर पाबंदी लगा देनी चाहिए। जब भी कोई घटना होती है सूचनाएं लीक होने के पीछे ऐसे लोगों पर शक की सूई होती है। सेना को पूरी आजदी दे दी जाए तो सामने दुश्मन नहीं टिक पाएगा। बस थोड़ी सी सुधार में सिस्टम ठीक हो जाएगा।

- उपेंद्र कुमार सिंह, उपाध्यक्ष

बिहार राज्य सैनिक संघ

- परिचर्चा का अमृत

- सेना को पूरी तरह से कर दिया स्वतंत्र

- सेना के कैम्प में सिविल के लोगों का काम करना हो जाए बंद

- राजनेता देश की सुरक्षा के मुद्दे पर एक जुट होकर रहें

- कश्मीर में बॉर्डर पर इतनी तैयारी कर दें कि परिंदा भी पर न मार सके

- कश्मीर बॉर्डर पर इतनी फौज तैनात कर दे कि दुश्मन भी पस्त हो जाए

- स्कूलों में सैनिक शिक्षा अनिवार्य कर सेना के लिए युवाओं की रुचि बढ़ाएं

- सेना का मनोबल बढ़ाएं न कि राजनेता कमेंट कर उन्हें हतोत्साहित करें

- शहीदों के लिए देश में एक नियम हो, प्रदेश स्तर पर अलग अलग नियम न हो

- कश्मीर में रह रहे लोगों की खुफिया निगरानी हो तेज, उनके रिश्तों की हो मानीटरिंग

- राजनेता सेना का मनोबल बढ़ाएंगे तो दुश्मनों को जवाब देना आसान होगा