GORAKHPUR: जिले में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी न हो सकी। पुलिस की कार्रवाई के दावे के बावजूद हर साल महिला अपराधों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अपहरण और रेप की घटनाओं में इजाफा होने से चिंता बढ़ती जा रही। सीनियर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत होने पर हर मामले को दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है। साल के पहले दिन लूट, गैंग रेप और मर्डर से पुलिस का पसीना छूट गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि क्राइम कंट्रोल करने के लिए प्लान तैयार किया गया है। पेशेवर अपराधों को रोकने में कोई कोताही नहीं होगी।

साल दर साल बढ़ते गए महिला अपराध

दिल्ली के निर्भया कांड के बाद महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को रोकने की तमाम कवायदें हुई। लेकिन सारी कोशिशें बेअसर नजर आ रही हैं। महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के लिए होने वाली कार्रवाई नाकाफी नजर आ रही। जिले में साल दर साल महिलाओं के साथ होने वाले अपराध बढ़ते चले गए हैं। 2019 के आगाज पर ही महिला की हत्या ने पुलिस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। वर्ष 2018 में अपहरण के मामले सबसे ज्यादा सामने आए तो उत्पीड़न और रेप भी दर्ज किए गए।

महिलाओं के साथ हुए अपराध

साल रेप उत्पीड़न मर्डर अपहरण

2018 113 423 47 530

2017 91 506 37 425

2016 105 297 52 362