50 परसेंट बढ़ोतरी का था प्रस्ताव
मंडे को उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग मुख्यालय में मीडिया से नई टैरिफ की दरों के बारे में जानकारी देते हुए अध्यक्ष जगमोहन व दो मेंबर्स ने साफ किया है कि इस फाइनेंशियल ईयर 2013-14 का नया टैरिफ जनहित को देखते हुए तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस बार 100 यूनिट पर कोई ग्रोथ नहीं की गई है, जबकि 101 से लेकर 200 यूनिट पर 0.10 रुपए, 201 से लेकर 400 यूनिट तक 0.25 रुपए और 401 से लेकर अधिकतम तक 0.40 रुपए प्रति यूनिट बढ़ोत्तरी की गई है। नियामक आयोग के अध्यक्ष जगमोहन के मुताबिक गत वर्ष दिसंबर में तीनों पावर कंपनियों के टैरिफ में करीब 50 फीसदी बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव आया था, लेकिन आयोग ने औसतन 5.21 परसेंट बढ़ोतरी को ही मंजूरी दी है। जबकि इस साल की तुलना में दो परसेंट की कमी की आंकी गई है। वहीं इस साल महज 5.21 परसेंट की बढ़ोत्तरी की गई है। यानी साल का टैरिफ लास्ट ईयर की तुलना में दो परसेंट कम आंका जा सकता है।

जगमोहन का कहना है कि इससे कंज्यूमर्स को राहत मिली है। उनका कहना है कि लार्ज हाइड्रो पावर से स्टेट को जो करीब 12 परसेंट करीब 900 मिलियन यूनिट की फ्री पावर मिलती है और उसको 2.29 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बेचता था, अब उसमें भी कमी की गई है, जो 1.57 रुपए प्रति यूनिट कर दिया गया है। इसका फायदा सीधे कंज्यूमर्स को मिलेगा। इसके अलावा ये भी बताया गया कि इस बार धार्मिक स्थलों को डोमेस्टिक कैटेगरीज में शामिल किया गया है। वहीं दूसरी तरफ मिनिमम उपभोग गारंटी (एमसीजी) जिसमें लो-टेंशन इंडस्ट्री व नॉन डोमेस्टिक कैटेगरीज के लिए 75 किलोवॉट पर आवर को 60 किलोवॉट पर आवर कर दिया गया है।