जलने लगीं आंखें, दुबके लोग
सूरज की दहकती किरणेंं जब ट्यूज्डे को देह के साथ आंखें भी जलाने लगीं, तो लोग दोपहर होते-होते घरों में दुबकने के लिए मजबूर हो गए। तेज गर्मी और लू सी हवाओं के कारण सड़कों पर भी लोगों की आवाजाही कम दिखी। गर्मी के कारण आम का शर्बत, आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक के कद्रदानों की भीड़ सिटी की दुकानों में दिखी और लोग गर्मी से छुटकारा पाने के लिए इनका सहारा लेते दिखे।

40 के पार जाएगा पारा
भारत मौसम विज्ञान विभाग के डायरेक्टर जीके मोहंती ने बताया कि ट्यूज्डे साल का अब तक का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। उन्होंने बताया कि अभी कोई सिस्टम बनने का संकेत नहीं मिल रहा है और आसमान भी साफ रहेगा। इससे मई में रांची का दिन का पारा 40 के पार चले जाने की संभावना दिख रही है।

साफ आसमान बढ़ाएगा मुश्किलें
भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान पर भरोसा करें, तो अगले चार दिनों का सिटी का आसमान साफ रहेगा। इससे सूरज की सीधी किरणें धरती को अपने ताप से झुलसा देगी। कोई सिस्टम नहीं बनने से गर्मी बढ़ेगी। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 1 और 2 मई को रांची का दिन का पारा 39 डिग्री और 3 और 4 को 40 डिग्री तक बढ़ेगा। रात का तापमान भी एक डिग्री की छलांग लगाकर 25 डिग्री हो जाएगा, जिससे लोगों को चिलचिलाती गर्मी महसूस होगी।

12 से लेकर 3 बजे तक हार्ड टाइम
सूरज की तपिश का सबसे ज्यादा असर 12 और 3 बजे के बीच ही होती है। इस दौरान आग बरसती है। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशान तो स्कूली बच्चे और पैरेंट्स होते हैं। क्योंकि अधिकतर स्कूलों की छुट्टी 12 से लेकर 3 बजे के बीच ही होती है। ऐसे में अपने बच्चों का बस स्टॉप पर वेट कर रहे पैरेंट्स एक तरफ जहां पसीने से तर-बतर होते हैं,वहीं बच्चे भी इस गर्मी से बेहाल होते हैं। ऐसे में कुछ स्कूलों में छुट्टी का टाइम चेंज करने की भी डिमांड हो रही है। इस दौरान सिटी के मॉर्केट में भी सन्नाटा पसरा रहता है। इस दौरान लोग मॉर्केट का रुख करने से बचते हैं। देर शाम या रात के वक्त लोग मार्केटिंग करना अब ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसी कारण शहर की दुकानों में रात  के वक्त ज्यादा भीड़ जुटती है।

जूस और शर्बत का सहारा
सिटी में पड़ रही गर्मी से बचने के लिए एक तरफ जहां लोग चेहरे को ढंककर और छाता लेकर बाहर निकल रहे हैं, वहीं कुछ लोग गर्मी से बचने के लिए जूस, कोल्ड ड्रिंक्स और शर्बत का सहारा ले रहे है। गर्मी में आइसक्रीम की बिक्री भी बढ़ गई है। सबसे ज्यादा डिमांड तो आम के पन्ना की है, क्योंकि लू से बचने के लिए इसे आसान उपाय माना जाता है। गर्मी से सबसे ज्यादा खतरा आंखों को है। इस मौसम में चलनेवाली धूल भरी तेज हवाएं आखों पर इफेक्ट डाल रही हैं। इससे आंखें लाल हो रही हैं। इस मौसम में इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ता है। गर्मी में एलर्जी होना कॉमन बात है। आखों में अचानक पानी आना और जलन तेजी से होता है। रिम्स के मेडिसीन के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ डीके झा ने बताया कि तापमान बढऩे पर सावधानी रखना बेहद जरूरी है। ऐसे समय में पानी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। ककड़ी, खीरा, डाब, लस्सी और आमझोरा पिएं। घर से कभी भी खाली पेट नहीं निकलें। हल्के रंग और हल्के सूती कपड़े पहनें। खाली पेट ज्यादा देर तक न रहें। धूप में छाते का इस्तेमाल करें और एसी में रहने पर एसी से निकल क र तुरंत धूप में न जाएं। अगर कोई दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।