- जेल से निकलने में कांप जा रहे कुख्यात बदमाश

- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी की बढ़ी डिमांड

GORAKHPUR: जिले में जिनके डर से लोग कांपते थे। कड़ाके की ठंड ने उन कुख्यातों को कंपकपा दिया है। जेल में बंद शातिर बदमाशों को जाड़ा सता रहा है। वहीं, कई तो पुलिस कार्रवाई के डर से सर्दी के बहाने सलाखों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। जमानत की अर्जी डालने वाले भी पैरवी में हिचकने लगे हैं। कोर्ट में पेशी के लिए रोजाना कोई न कोई बंदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की डिमांड कर रहा है। जेल अधिकारियों का कहना है कि बंदियों की पेशी के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा मुहैया कराई गई है। हालांकि ज्यादातर बंदी पुलिस कार्रवाई के डर से बाहर निकलने से बच रहे हैं।

ठंड में ढीली कर दी पैरवी

प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से पुलिस ने सघन अभियान चला दिया है। अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में बदमाशों की तादाद रोजाना जेल में बढ़ती जा रही है। पुलिस मुठभेड़ की वजह से जेल पहुंचे बदमाश आसानी से बाहर नहीं निकलना चाह रहे हैं। जेल से जुड़े लोगों का कहना है कि कई शातिरों ने जमानत अर्जी देने से मना कर दिया है। कुछ बदमाशों ने अर्जी देने के बाद जमानत प्रक्रिया के लिए पैरवी ढीली कर दी है। एक पखवारे के भीतर 200 से अधिक बदमाशों ने अपने मददगारों से जमानत की पैरवी ढीली करने को कह दिया है। बताया जाता है कि ठंड के बहाने वह जेल से बाहर आने से बच रहे हैं।

14 बंदियों की बिगड़ चुकी तबियत

ठंड के कहर से जेल में बंद कुख्यात भी कांप रहे हैं। घर जैसी व्यवस्था न होने से बंदियों के बीमार होने की तादाद बढ़ गई है। एक हफ्ते के भीतर 14 से अधिक बंदी ठंड की वजह से बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। पहले से बीमार चल रहे बंदियों के लिए ठंड आफत बन गई है। जेल से जुड़े लोगों का कहना है कि कोल्ड स्ट्रोक का खतरा बंदियों को सता रहा है। हालांकि बंदियों को लग रहा है कि यदि बाहर निकले तो किसी तरह से ठंड से तो बच जाएंगे। लेकिन यदि कोहरे में पुलिस ने कोई साजिश रच दी तो जान बचाना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए बंदी हर हाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराना चाहते हैं। हालांकि जिन बंदियों के मुकदमों का ट्रायल चल रहा है उनको पुलिस सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया जा रहा है। रिमांड के लिए ज्यादातर बंदियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कराई जा रही है।

फैक्ट फाइल

जेल में बंदी - 1740

महिला बंदी - 68

महिलाओं संग बच्चे - 11

सजा पा चुके बंदी - 370

अन्य बंदी - 1351

वर्जन

जेल में ठंड से बचने के लिए उपाय किए गए हैं। बंदियों को पर्याप्त मात्रा में कंबल उपलब्ध हैं। जरूरत पड़ने पर अपने घरों से कंबल लाने की छूट दी गई है। अलाव की भी व्यवस्था कराई जा रही है। जो बंदी बाहर नहीं निकलना चाह रहे हैं उनकी दूसरी वजहें हो सकती हैं।

- डॉ। रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक