मामले ने ओढ़ा राजनीतिक चोला
अभी इस बारे में कुछ भी कहने या कोई जवाब देने से मंत्रालय ने साफ इंकार कर दिया है। याद दिला दें कि आमिर खान को 'अतुल्य भारत' अभियान का ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया था। इसके बाद अब उनको पद से हटा दिया गया है। दरअसल आमिर खान के मुद्दे ने अब पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले लिया है।

विपक्षी दलों ने तो कह दिया ये भी
इस क्रम में न सिर्फ कांग्रेस, बल्िक कुछ विपक्षी दलों ने तो इतना भी कह दिया है कि कंपनी तो सिर्फ बहाना है ये आमिर खान पर मोदी सरकार का सीधा निशाना है। इस पूरे मामले में कांग्रेस इस बात का दावा कर रही है कि मोदी सरकार ने 23 नवंबर को आमिर खान की ओर से इंटरव्यू में दिए गए बयान के चलते उनके साथ ऐसा किया है।

सरकार ने दी सफाई
इसको लेकर आमिर खान ने कहा था कि उनकी पत्नी ने देश में बढ़ रही असहनशीलता को देखते हुए देश छोडऩे की बात कही थी। वहीं दूसरी ओर सरकार ने सफाई दी है कि अभी आमिर खान को उनके पद से हटाया नहीं गया है। हुआ ये है कि जिस कंपनी से समझौता हुआ था, उसके साथ अब कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है।

ऐसा कहते हैं आमिर खान  
उधर, दूसरी ओर इस बारे में आमिर खान का कहना है कि 10 साल से अतुल्य भारत मुहिम का ब्रांड एंबेसडर बनने का सम्मान उन्हें मिला। इस बात का उन्हें बहुत ज्यादा गर्व है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने देश के लिए काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। इस तरह से वह इस बात को साफ कर देना चाहते हैं कि उन्होंने इस मुहिम के लिए पैसे नहीं लिए। उधर, ऐसी चर्चा भी जोरों पर है कि अब इस कैंपेन को अमिताभ बच्चन संभाल सकते हैं।

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