काफी ऐतिहासिक है कन्नूर लाइटहाउस
प्रकाशपोत महानिदेशालय एवं प्रकाश स्तम्भ (DGLS) ने कन्नूर के पास इस लाइटहाउस संग्राहलय को स्थापित किया है, जिसे पर्यटकों और इतिहासकारों के लिए जल्द ही खोल दिया जाएगा. कन्नूर लाइटहाउस इतिहास की कई अहम घटनाओं का गवाह रहा है. प्रकाशपोत महानिदेशन कप्तान ए.एम. सुरेज ने बताया कि यह देश में चौथा संग्राहलय है. अलाप्पुक्षा, चेन्नई और महाबलीपुरम में पहले ही इस प्रकार के संग्राहलय बनाए जा चुके हैं.

लाइटहाउस की विरासत सहेजे हुए है
प्रकाशपोत महानिदेशालय का कहना है कि, लाइटहाउस पर्यटकों को प्रोत्साहित करने की योजना के तहत ये संग्राहलय विकसित किए गए हैं. इन संग्रहालयों के माध्यम से लाइटहाउस की विरासत और इसके महत्वपूर्ण इतिहास को बरकरार रख सकते हैं और इसे आने वाल पीढ़ियों को दे सकते हैं.

इस पर बन चुकी है लघु फिल्म
आपको बताते चलें कि, लाइटहाउस संग्राहलय के इतिहास को लेकर एक लघु फिल्म बनाई गई है. जो लाइटहाउस इतिहास के बारे में जानकारी देगी. यह हिंदी, इंग्िलश और मलयालम भाषा में बनी है. फिलहाल उम्मीद जताई जा रही है कि, यह इलाके में पर्यटकों के आकर्षण का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा. प्रकाशपोत महानिदेशन कप्तान का कहना है कि, कन्नूर लाइटहाउस संग्राहलय के निर्माण में करीब 2 करोड़ रुपये का खर्चा आया है. इसका निर्माण 2014 में शुरु हो गया था. और यह इस महीने के अंत तक पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा.

Hindi News from India News Desk

 

National News inextlive from India News Desk