पीएम मोदी का श्रीलंका दौरा

भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने श्रीलंका दौरे पर दोनों देशों के मध्य चार महत्वपूर्ण मुद्दों पर हस्ताक्षर किए. पीएम मोदी ने सिरिसेना के साथ ज्वॉइंट स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा, 'मैं इस यात्रा के महत्व के प्रति सजग हूं. यह 1987 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा है.' उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति सिरिसेना और मेरी मीटिंग काफी सफल रही है. इससे मुझे हमारे रिश्तों के भविष्य के बारे में भरोसा और उम्मीद दिखती है.' गौरतलब है कि भारत एवं श्रीलंका के मध्य वीजा, कस्टम ड्यूटी और युवा विकास के साथ ही श्रीलंका में रवींद्रनाथ टैगोर स्मारक बनाए जाने पर समझौता हुआ.

हो गया कस्टम समझौता

पीएम मोदी ने कस्टम ड्यूटी पर किए गए समझौते पर कहा, 'हमारे सीमाशुल्क विभागों के बीच आज हुआ समझौता इसी दिशा में एक कदम है. इससे व्यापार सुगम होगा और दोनों तरफ गैर-शुल्क बाधाएं घटेंगी.' पीएम ने आगे कहा, 'दोनों देशों द्वारा की गई प्रगति से मजबूत आर्थिक सहयोग की साझा प्रतिबद्धता जाहिर होती है. हमारे व्यापार में पिछले दशक में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है. मुझे भारत के साथ आपकी व्यापार चिंताओं के बारे में पता है. जैसा कि मैंने दिल्ली में कहा, हम इसे सुलझाने की कोशिश करेंगे.' इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार त्रिंकोमाली को पेट्रोलियम का बडा केंद्र बनाने में श्रीलंका की मदद करने के लिए तत्पर है.

श्रीलंका को मिला लोन

पीएम मोदी ने श्रीलंका में रेल सेवाओं के विकास के लिए 31.8 करोड़ डॉलर का नया लोन उपलब्ध कराया. पीएम ने इसकी घोषणा करते हुए कहा, 'इस लोन को रेल इंजिन, कोच एवं रोलिंग स्टाक खरीदने के साथ ही जूदा रेलवे ट्रैक की मरम्मत और उन्नयन में यूज किया जाएगा.' इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक और सेंट्रल बैंक आफ श्रीलंका के बीच 1.5 अरब डालर का मुद्रा अदला-बदली समझौता हुआ है. इससे श्रीलंकाई रुपये में दूसरी मुद्राओं के मुकाबले घटबढ को स्थिर रखने में मदद मिल सकेगी.

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