सुरक्षा के चलते नहीं मिली इजाजत
सरकारी सूत्रों की मानें तो, पिछले साल फ्रांस ने अपने सैनिकों का दस्ता भेजा था। जिसके बाद हमने इसे एक पंरपरा बनाने का फैसला किया है। इसलिए हमने संयुक्त अरब अमीरात से एक सैन्यदल आमंत्रित किया, लेकिन वे पैरा ड्रापिंग की एक टीम भेजना चाहते थे। लेकिन गणतंत्र दिवस के दिन वीवीआईपी की मौजूदगी के चलते रक्षा मंत्रालय ने अनुमति देने से मना कर दिया।

यूएई के शेख होंगे मुख्य अतिथि
इस वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर संयुक्त अरब अमीरात के शाह शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान मुख्य अतिथि होंगे। अबू धाबी के शहजादे शेख स्वयं सैन्य बलों के उप-कमांडर हैं। शेख का यह भारत दौरा दोनों मुल्कों के लिए नए अवसरों के रास्ते खोलेगा। शेख के गणतंत्र दिवस के मौके पर आने से पहले यूएई के विदेश मंत्री अनवर मोहम्मद गरघस और विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर के बीच 20 जनवरी को पहली रणनीतिक बातचीत होगी। गणतंत्र दिवस पर शेख के आने से दोनों मुल्कों के आर्थिक मुद्दों को भी नई राह मिलेगी।

दोनों देशों के बीच बढ़ रही नजदीकियां
आतंक को खत्म करने और सुरक्षा के मुद्दे पर भी दोनों देशों के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं। यूएई भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना चाहता है और इस दौरे के जरिए वे भारतीय सरकार की उन सुविधाओं विशेषकर सड़क और राजमार्ग सेक्टर को देखेंगे। गौरतलब है कि बीते साल अगस्त 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबूधाबी और दुबई के दौरे पर गए थे।

National News inextlive from India News Desk

 

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