भारत यहां कभी नहीं हारा
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए जोहिंसबर्ग हमेशा से खास रहा है। खासतौर से यहां का वांडरर्स मैदान तो भारतीय टीम को हमेशा फेवर करता है। साउथ अफ्रीका पिछले 25 सालों में इस मैदान पर भारत के खिलाफ 4 टेस्ट खेल चुकी हैं लेकिन वे भारत को कभी नहीं हरा पाए। उल्टा भारत ने एक मैच में मेजबान टीम को मात दी है। भारत का इस मैदान पर रिकॉर्ड काफी बेहतर है। भारत ने यहां कुल 4 टेस्ट खेले हैं जिसमें कि एक में जीत मिली, जबकि तीन ड्रा रहे। मेजबान द.अफ्रीका चाह कर भी भारत को यहां मात नहीं दे सका। मौजूदा सीरीज में भारत 0-2 से पहले ही पिछड़ चुका है, अब भारतीय टीम तीसरा टेस्ट जीतकर अपनी लाज जरूर बचाना चाहेगी। विराट कोहली चाहेंगे कि इस मैदान पर भारत का कभी न हारने वाला रिकॉर्ड कायम रहे।
कब खेला था पहला टेस्ट
जोहिंसबर्ग के वांडरर्स मैदान पर भारत ने अपना पहला टेस्ट 1992 में खेला था। उस वक्त विराट कोहली की उम्र 4 साल थी। यही नहीं भारतीय टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री उस वक्त भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज हुआ करते थे। भारत ने अपना पहला अफ्रीकी दौरा 25 साल पहले किया था। उस वक्त भारतीय टीम की कमान मो. अजहरुद्दीन के हाथों में थी। भारत को यहां 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। सीरीज का दूसरा टेस्ट जोहिंसबर्ग के वांडरर्स मैदान पर खेला गया।
Ind vs SA : जो काम भारत के ये 5 कप्तान नहीं कर पाए, कोहली भी उसमें फेल हो गए
रवि शास्त्री हुए थे बुरी तरह फ्लॉप
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री इस समय विराट कोहली एंड कंपनी का मनोबल बढ़ा रहे होंगे लेकिन इस मैदान पर उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। भारत के लिए ओपनिंग करने वाले शास्त्री ने 1992 में इस मैदान पर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे थे। दोनो पारियों में मिलाकर उनके बल्ले से मात्र 30 रन निकले थे। यह तो अच्छा था कि उस वक्त सचिन तेंदुलकर ने शानदार शतक लगाकर टीम को हार से बचा लिया।
भारत-द.अफ्रीका टेस्ट मैच में हुई थी दो खिलाड़ियों की लड़ाई, सिर फोड़ने का बना लिया था मन
पहला दौरे में मिली थी हार
भारत को अपने पहले दौरे में 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। अपने पहले ही दौरे में भारत को करारी हार झेलनी पड़ी थी। भारत यह सीरीज 0-1 से हार गया था, बाकी तीन मैच ड्रा रहे थे।
Cricket News inextlive from Cricket News Desk