-बरेली में 40 पाकिस्तानियों को भारत कीं नागरिकता की आस

- 22 लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट अभी सरकार के पास पैंडिंग BAREILLY: पाकिस्तानी सिंगर अदनान सामी को लंबे संघर्ष के बाद नागरिकता मिल गई, लेकिन बरेली में ऐसे 40 'अदनान' पाकिस्तानी नागरिक बरसों से रह रहे हैं,जिन्हें देश की नागरिकता मिलने का इंतजार है। अदनान के बाद अब इन लोगों की उम्मीद भी फिर जवां हो गई है। बरेली प्रशासन ने ऐसे पाकिस्तानियों के आवेदन केन्द्र और राज्य सरकार को नागरिकता के लिए भेजे हैं, जल्द इनको नागरिकता मिलने की उम्मीद है। बचपन से बुढ़ापा आ गया

बंटवारे के दौरान कई पाकिस्तानी बच्चे अपनी मां के साथ भारत में आ गए। तब मां के पास पासपोर्ट था बच्चे साथ आ गए, मां के पासपोर्ट के आधार पर उनका पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन भी हुआ पर उनका पाकिस्तान से वैरिफिकेशन दिक्कत बन गया। हजियापुर की सितारा बेगम बंटवारे के वक्त तीन बच्चों के साथ भारत आते समय उसकी ट्रेन छूट गई। बाद में पाकिस्तान सरकार ने उन्हें पासपोर्ट उपलब्ध कराकर बच्चों के साथ भारत भेज दिया लेकिन उसके बाद से बच्चों को नागरिकता नहीं मिल सकी। बाबू खां, वाजिद अली शाह, अशरफ हुसैन तमाम ऐसे हैं तो मां-बाप के साथ बंटवारे के समय आए थे। नाहिद सुल्तान 1 महीने और फरद 10 महीने की उम्र में भारत आए थे।

घर की बहू बनकर आई,

देश की आज तक न हो पाई

कई महिलाएं किसी घर की बहू बनकर पाकिस्तान से भारत में आ तो गई पर नागरिकता नहीं मिलने के कारण आज तक देश की नहीं बन पाई। इज्जतनगर में रहने वाले जुनैद अहमद की पत्नी सलमा जहूरी, प्रेमनगर निवासी मुजाहिद उल्ला की पत्नी जाहिदा बेगम और सिंधू नगर बारादरी के नरेंद्र कुमार की पत्नी लीला की नागरिकता पेंडिंग है।

22 केन्द्र और राज्य सरकार के पास प्रकरण िवचाराधीन

जाहिदा बेगम

सलमा जहूरी

रफत परवीन

सगुफता रईस

लीलाबाई

शबाना

महक

सिकंदर

भगवानी बाई

अनीता देवी

उजमा मुख्तार

राना मुख्तार

मुनीरा बेगम

इरफाना हुसैन

कमर जहां

शहला

फातिमा यासमीन ्र

अम्बर साकिब

जमरद बेगम

चमन बानो पत्‍‌नी

शाइना

नायाब बानो

इनके साथ है अभी प्राब्लम

नाहिद सुल्ताना, सईदन, हुस्नआरा उर्फ मुन्नी बेगम, फरहत सुल्ताना, वाजिद अली शाह, बाबू खां, सितारा बेगम, जहां आरा, राना नाहिद, नईम बानो, जरीदा बी, सरबरी बेगम, फौजिया बेगम और मुशर्रत हामिद के साथ ऑन लाइन आवेदन नहीं करने और शाहीन, रुखसाना ,रेहाना बी को पाक से एलटीबी ग्रांट नहीं होने के कारण परेशानी है। रफीक उल्ला के खिलाफ एक केस पैंडिंग होने के चलते नागरिकता अटकी है।

वर्सन

पाकिस्तानी नागरिकता की 22 फाइलें शासन और केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी हैं। बची हुई फाइलें जल्द ही फरवरी माह में कैंप लगाकर प्राब्लम दूर कर भेजी जाएंगी। शासन से कुछ कमियों को दूर करने के भी दिशा-निर्देश मांगे हैं।

नागेंद्र चतुर्वेदी, सीओ एलआईयू