देश को किया शर्मसार

महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेली टीम इंडिया को जिस तरह से करारी हार मिली है, उससे गावस्कर काफी क्रोधित भी हो गये हैं. उन्होंने सुझाव दिया है कि जो प्लेयर क्रिकेट के इस लंबे फॉर्मेट (टेस्ट मैच) में खेलने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं तो उन्हें टेस्ट टीम छोड़ देनी चाहिये. गौरतलब है कि इंडिया को 5वें और अंतिम टेस्ट मैच में पारी और 244 रन की बेहद शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी.

टेस्ट टीम से बाहर

गावस्कर ने कहा,'अगर आप इंडिया के लिये टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते तो इसे छोड़ दो. सिर्फ सीमित ओवरों का ही क्रिकेट खेलो. आपको इस तरह से देश को शर्मसार नहीं करना चाहिये.' उन्होंने हालांकि कहा कि इंग्लैंड को भविष्य की सीरीज में सर्तक रहना चाहिये क्योंकि यह जीत इंडियन टीम के अगेंस्ट मिली है जो कड़ा क्रिकेट नहीं खेलती. उन्होंने कहा,'इंग्लैंड की हर चीज टॉप लेवल की रही, लेकिन इंडिया ने जैली की तरह प्रतिरोध किया. इसलिये इंग्लैंड को इस जीत के बाद ओवरकांफिडेंट नहीं होना चाहिये. इसी के साथ इंग्लैंड के फॉर्मर कैप्टन माइकल वॉन ने भी इंडियन प्लेयर्स की कड़ा आलोचना की.

चौथे मैच की हार पर बरस थे सुनील

इससे पहले इंडिया को चौथे टेस्ट मैच में मिली हार पर गावस्कर काफी भड़क गये थे. मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया के घटिया प्रदर्शन की कड़ी आलोचना थी. उन्होंने कहा कि धोनी ब्रिगेड ने इंग्लैंड की टीम के अगेंस्ट संघर्ष किये बिना ही घुटने टेक दिये. इसके साथ ही गावस्कर ने इंडियन प्लेयर्स की बॉडी लैंग्वेज पर भी सवाल खड़े किये थे और उसे किसी हारे हुये प्लेयर की तरह करार दिया था. इसके साथ ही गावस्कार ने कहा था कि ,'उन्होंने मैदान पर संघर्ष नहीं दिखाया. बैट्समैन आसानी से आउट हो रहे थे. ऐसा नहीं था कि इंग्लैंड के बॉलर बेहद खतरनाक बॉलिंग कर रहे थे, लेकिन बैट्समैनों में क्रीज पर टिकने की ललक नजर नहीं आई.

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