-इंडियन ग‌र्ल्स इंटर कालेज में प्रबंधक और शिक्षिकाओं के बीच चल रहे विवाद ने पकड़ा तूल

-स्कूल में शिक्षिकाओं के पहुंचने के बाद स्कूल प्रबंधन ने मेन गेट पर जड़ा ताला

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PRAYAGRAJ: इंडियन ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में प्रबंधक और स्कूल टीचर्स के बीच चल रहा विवाद लगातार दूसरे दिन भी जा रहा। विवाद तूल पकड़ा देख गुरुवार को स्कूल प्रबंधन ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए शिक्षिकाओं को स्कूल के अंदर ही बंधक बना लिया। इस पर शिक्षिकाओं ने प्रबंध तंत्र का विरोध शुरू कर दिया। मामले की जानकारी होते ही मीडियाकर्मी भी स्कूल में पहुंच गए। इस दौरान स्कूल कर्मचारियों ने मीडियाकर्मियों से भी अभद्रता की। किसी तरह स्कूल का ताला खुलने के बाद मीडिया के सामने शिक्षिकाओं ने प्रबंधक और स्कूल की वर्तमान प्रिंसिपल व पूर्व प्रिंसिपल द्वारा किए जा रहे शोषण की दास्तां बयां की।

छलक पड़ा शिक्षिकाओं का आंसू

प्रबंध तंत्र की मनमानी से परेशान शिक्षिकाओं ने बताया कि उन्हें कई महीनों से लगातार प्रबंधक व प्रिंसिपल की ओर से प्रताडि़त किया जा रहा है। इस दौरान कई बार शिक्षिकाओं के आंखों से आंसू भी छलक पड़े। शिक्षिकाओं ने बताया कि गुरुवार को भी सुबह जब टीचर्स स्कूल पहुंची तो स्कूल प्रशासन की ओर से मेन गेट पर ताला लगा दिया गया। इस दौरान कुछ टीचर्स ने ऐतराज किया तो स्कूल प्रशासन की ओर से अभद्रता की गई। स्कूल में वर्तमान समय में एक से अधिक प्रिंसिपल हैं।

परेशान करने का ढूंढते हैं जरिया

शिक्षिकाओं ने आरोप लगाया कि दोनों प्रिंसिपल प्रबंधक के साथ मिलकर शिक्षिकाओं को परेशान करने का जरिए खोजते हैं। टीचर्स अल्फा दास ने आरोप लगाते हुए बताया कि स्कूल में बने महिला शौचालय के पास अक्सर प्रबंधक खड़े रहते हैं और वहां जाने वाली टीचर्स से क्लास में जाने की बात करते हैं। इतना ही नहीं स्कूल का आरोप है कि एक कर्मचारी अपने बच्चे को हमेशा फीमेल वॉशरूम में ले जाता है। इसका विरोध करने भी टीचर्स से अभद्रता की जाती है। वहीं पूरे मामले में स्कूल प्रिंसिपल नीलम भूषण व प्रबंधक से कई बार बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनकी ओर से जानबूझकर कोई रिस्पांस नहीं दिया गया। इस मामले में बात करने के लिए स्कूल की प्रिंसिपल नीलम भूषण से कई बार कांटैक्ट करने की कोशिश की गई। पहली बार उन्होंने फोन उठाया, लेकिन अखबार नाम सुनते ही आवाज न सुनाई देने का बहाना करने लगीं। अगले दो-तीन कॉल्स में भी उन्होंने यही किया और बाद में नंबर बिजी कर दिया।