कुछ ऐसी है जानकारी
पॉल ने जानकारी दी कि उन्हें बेल्जियम के एंटवर्प में हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल के एक हफ्ते बाद ही बर्खास्त कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि उसी समय रोलेंट ओल्टमेंस (हाई परफार्मेंस डायरेक्टर) को उनकी जगह पर लेने को कहा गया था। ये बात उनको पहले से ही पता थी। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि उन्हें यह बात 13 जून को ही बता दी गई थी कि बत्रा नहीं चाहते कि अब आगे और लंबे समय तक वह कोच के पद पर रहें।                                                                     

पॉल ने बताया
पॉल ने यह भी बताया कि रोलेंट ने इस बात का खुलासा उनसे फोन पर किया था। फिलहाल अभी उनको किसी तरह की आधिकारिक पुष्टि की खबर नहीं मिली है। इसके बावजूद उन्हें यह लगता है कि इस हफ्ते के आखिर तक उनको इस बात की सूचना दे दी जाएगी। उनका कहना है कि यही कारण है कि वह शिविर में नहीं पहुंचे। बता दें कि पॉल ने हिमांचल प्रदेश के शिलारू में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र स्थित राष्ट्रीय टीम के शिविर में समय पर रिपोर्ट नहीं की।

बत्रा से हुई थी बहस
इसके बाद ये भी याद दिलाना जरूरी होगा कि उनकी विश्व लीग सेमीफाइनल में मलेशिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच के बाद बत्रा से ठीक-ठाक बहस हो गई थी। उनकी बर्खास्तगी की वजह पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इसका कोई कारण नहीं था। इसके बावजूद अब वह कोई कारण बना लें तो बात और है। वहीं कुछ देर बाद उन्होंने बत्रा के साथ बहस को इसका एकमात्र कारण बताया। उन्होंने कहा कि मलेशिया में उनकी जीत के बाद डॉक्टर बत्रा पिच पर पहुंचे और खिलाड़ियों से उन्होंने हिंदी में बात भी की। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों की तीखी आलोचना की। ये देखकर वह भी मैदान पर पहुंच गए ताकि वह अपने खिलाड़ियों का बचाव कर सकें। उनको ऐसा लगा था कि उन लोगों ने अच्छा प्रदर्शन किया था। यही नहीं वह जीते भी थे।

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