सिंगापुर को 15 .। और इटली को 8 .। से रौंदने के बाद भारत का सामना फ्रांस से है जो विश्व रैंकिंग में उससे आठ पायदान नीचे 18वें स्थान पर है। इसके अगले दिन कनाडा के रूप में भारत के सामने कठिन चुनौती है लिहाजा शानदार जीत के साथ माइकल नोब्स की टीम अपना मनोबल उचा रखकर उतरना चाहेगी।

 भारत के लिए अच्छा संकेत फारवर्ड पंक्ति और पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञों का अच्छा फार्म है। भारत के लगभग सभी स्ट्राइकरों ने अपने नाम पर गोल दर्ज कराए हैं और स्टार ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह ने कल इटली के खिलाफ हैट्रिक जमाकर विरोधी टीमों के लिए खतरे की घंटी बजा दी।

 पहले दो मैचों में गोलकीपरों को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी लेकिन आगामी कठिन मैचों के लिए भरत छेत्री और पी आर श्रीजेश भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के इरादे से उतरेंगे।

 कोच नोब्स ने कहा है कि उनकी टीम ने अभी अपनी क्षमता का 70 प्रतिशत ही प्रदर्शन किया है और सही समय आने पर खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे.  उन्होंने कहा ,‘‘ अभी हमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत नहीं है। पहले दो मैच हमारे लिए अभ्यास मैच की तरह थे लेकिन

हमने उन्हें पूरी संजीदगी से खेला। आगे कठिन चुनौतियां है लेकिन हम उनका सामना करने को तैयार हैं.’’ नोब्स ने फारवर्ड पंक्ति और मिडफील्ड के तालमेल पर संतोष जताया लेकिन स्वीकार किया कि डिफेंस में और सुधार की गुंजाइश है।

 उन्होंने कहा ,‘‘ हमने कल इटली के खिलाफ आखिरी क्षणों में गोल गंवाया। पहले मैच में भी सिंगापुर को गोल करने का मौका दे दिया। कनाडा और पोलैंड जैसी टीमों के खिलाफ ऐसी गलतियां भारी पड़ सकती है लिहाजा हमें सावधान रहना होगा। डिफेंस में अपनी कमजोरियों पर हम मेहनत कर रहे हैं.’’

 पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञ संदीप ने कहा कि उन्होंने आगामी मैचों के लिए अपनी तरकश में कुछ खास तीर रखे हैं.  उन्होंने कहा ,‘‘ मैने कल सीधे शाट्स पर ही गोल किए लेकिन मैने कुछ खास शाट्स पर मेहनत की है जो कठिन प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ इस्तेमाल करूंगा। हमने पहले दोनों मैचों से सीख ली है और डिफेंस में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे.’’

 कल कप्तानी की बागडोर संभालने वाले अनुभवी मिडफील्डर सरदार सिंह ने कहा कि गुरविंदर सिंह चांडी, शिवेंद्र सिंह, तुषार खांडेकर, दानिश मुज्तबा, एस वी सुनील समेत लगभग सभी खिलाडिय़ों ने अपने नाम गोल दर्ज कराए हैं जो अच्छा संकेत है।

 उन्होंने कहा कि फ्रांस और कनाडा के मैचों के फुटेज देखने के बाद उनकी टीम खास रणनीति के साथ उतरेगी और उन्हें जीत का पूरा यकीन है.  वहीं युवा फारवर्ड युवराज वाल्मीकि के खराब फार्म के बारे में पूछने पर नोब्स ने कहा,‘‘ उसने गोल किया है और मुझे नहीं लगता कि वह खराब फार्म में है। मुझे उसकी काबिलियत पर पूरा यकीन है.’’

फ्रांस ने पोलैंड को 2 .। से हराने के बाद दूसरे मैच में सिंगापुर को 9 । 0 से मात दी थी। चालीस बरस बाद पहली बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के इरादे से आई फ्रांसीसी टीम की नजरें कल मेजबान को चौंकाने पर होगी.  फ्रांस ने आखिरी बार 1972 में म्युनिख ओलंपिक में खेला था।

टीमें :

भारत :

 भरत छेत्री :गोलकीपर और कप्तान :, इग्नेस टिर्की, रूपिंदर पाल सिंह, संदीप सिंह, कोथाजीत सिंह, मनप्रीत सिंह, सरदार सिंह, युवराज वाल्मीकि, सरवनजीत सिंह, वी आर रघुनाथ, तुषार खांडेकर, एस के उथप्पा, पी आर श्रीजेश : गोलकीपर :, दानिश मुज्तबा, शिवेंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह चांडी, एस वी सुनील, बीरेंद्र लाकड़ा

फ्रांस :

 अर्नाड बेकुवे : कप्तान :, फ्रेडरिक वेरियर, टाम जेनेस्टेट, हुजो जेनेस्टेट, ओलिवियर सांचेस, जूस्ट जांसेन, फेबियन मैगनेर, निकोलस मार्टिन, सेबेस्टियन ज्यां ज्यां, बास्टियन डिएरकेंस, लुकास सेवेस्टरे, फ्रंाकोइस शीफेर, मार्टिन जेनेस्टेट, वालेंटिन मिगनियू, सिमोन मार्टिन ब्रिसाक, ज्यां बापटिस्ट फोर्गुएस, मथियास डिएरकेंस : गोलकीपर : और हेनरी जूलियन इहोम (गोलकीपर)