अब बन गया है अबू रुमायश

भारतीय मूल का आइएस आतंकी सिद्धार्थ धर अपने कारनामों से अब कुख्यात आतंकी संगठन का सीनियर कमांडर बन गया है। ब्रिटेन में रहे इस युवक को अब आतंकी संगठन का 'नया जिहादी जॉन' कहा जाता है, जिसे बर्बरता से किसी का सिर कलम करने में जरा देर नहीं लगती। यह जानकारी निहाद बरकत नाम की यजिदी किशोरी ने दी है जो आइएस में सेक्स गुलाम थी। वह इराक के शहर मोसुल में सिद्धार्थ के चंगुल में थी, वहां से वह मुक्त हुई है। सिद्धार्थ ब्रिटेन में रहने वाला हिंदू था जिसने बाद में इस्लाम ग्रहण कर लिया। अपना नाम अबू रुमायश रखकर वह कब आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया, यह उसके घर वाले भी नहीं जान पाए। बाद में उसने शादी की और सन 2014 में पत्नी-बच्चों के साथ आइएस में शामिल होने के लिए सीरिया चला गया।

खतरनाक आतंकी जिहादी जॉन का वारिस बना

आतंकी वारदातों के प्रति अपने समर्पण भाव के चलते उसे मुहम्मद एमवाजी की जगह मिल गई जिसे जिहादी जॉन के नाम से जाना जाता था। एमवाजी की जब अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई तब आइएस में विदेशी नागरिकों के सिर कलम करने का जिम्मा सिद्धार्थ धर को सौंपा गया। उसकी ब्रिटेन में रहने वाली बहन कोनिका धर को अभी भी विश्वास नहीं है कि आइएस की ओर लड़ रहा उनका भाई सिद्धार्थ धर है।

कौन है सिद्धार्थ

हाल ही में भारतीय मूल के आइएस आतंकी सिद्धार्थ धर की बहन कोनिका ने खुलासा किया था कि उसका भाई इस्लामिक स्टेट के लिए जान देने को तैयार है। लंदन में रहने वाली कोनिका धर को पिछले साल अपने भाई सिद्धार्थ उर्फ अबु रुमायसाह का संदेश मिला था, जिसमें उसने कहा कि मैं आइएस के लिए जान देने को भी तैयार हूं। यह संदेश उसने पत्नी और चार बच्चों के साथ सीरिया भागने से पहले भेजा था। कोनिका ने उसके सीरिया पहुंचते ही उससे संपर्क कर कहा था कि घर लौट आए लेकिन उसने कहा वह लौट नहीं सकता क्योंकि गिरफ्तार किए जाने का डर है। आइएस के नए वीडियो में ब्रिटेन पर हमले की धमकी देने वाले नकाबपोश की भले ही सुरक्षा एजेंसियों ने सिद्धार्थ होने की पुष्टी नहीं की पर कोनिका को संदेह है कि वह उसका भाई हो सकता है।

डबल एजेंट बनाने की हुई कोशिश

ब्रिटेन की खुफिया सेवाओं ने भारतीय मूल के आइएस आतंकी सिद्धार्थ धर को डबल एजेंट के रूप में भर्ती करने की कोशिश की थी। यह दावा मीडिया रिपोर्ट में किया गया। वह अब सीरिया में आइएस में शामिल हो गया है। आइएस के हालिया वीडियो में दिखे नकाबपोश को धर के रूप आतंकी संगठन का नया जल्लाद जिहादी जॉन बताया जा रहा है। दस साल पहले इस्लाम कुबूल करने के बाद वह अबु रुमायसाह के नाम से जाना जाता है। 32 वर्षीय धर को रोककर पहले आगाह किया गया था कि वह एमआइ5 के राडार पर है। दूसरी बार संपर्क कर उसे एजेंसी के साथ काम करने का प्रस्ताव दिया गया। कुछ दिनों बाद सितंबर, 2014 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जमानत मिलने के बाद वह अपनी बीवी और बच्चों के साथ पेरिस चला गया,वहां से आइएस में शामिल होने सीरिया गया।

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