प्राचीन परंपराओं को खत्म करने के लिए तमाम एनजीओ प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी भी पंचायतों के लंबे समय से चले आ रहे अजब से फरमान लोगों को प्रताडि़त कर रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान के जैसलमेर से सामने आया है। यहां सास-बहू के झगड़े में एक शख्स को ऐसी सजा मिली जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इस झगड़े के बीच पंचायत ने अपना फरमान सुनाते हुए पति को पेड़ से बंधवा दिया और पत्नी से कहा रोजाना दो थप्पड़ इसके मारो।

जानकारी के मुताबिक, खींवसर गांव में धन्नाराम का पत्नी गंगा से हमेशा झगड़ा होता रहता था। धन्नाराम का कहना था कि वह 70 साल की बूढ़ी मां को अपने साथ रखना चाहते हैं लेकिन उनकी पत्नी को यह मंजूर नहीं है। इसी बात पर एक दिन दोनों में जमकर कहासुनी और झगड़ा हुआ। इसके बाद गंगा ने गांव में पंचायत बुला ली। पंचायत ने धन्नराम को सात दिन तक कड़ी धूप में बांधकर रखने का फैसला सुना दिया। इतना ही नहीं पंचों ने आदेश दिया कि धन्नाराम की पत्नी गंगा उसे हर रोज दो थप्पड़ भी मारेगी।

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फैसला आने के बाद धन्नाराम को पेड़ से बांध दिया गया। उसकी बूढ़ी मां उसे सुबह-शाम खाना खिलाती थी। भीषण गर्मी में धूप में बंधे पड़े रहने से धन्नाराम की हालत बिगडऩे लगी थी। चार दिन बाद किसी ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने धन्नाराम को छुड़ाया और ऐसा फैसला सुनाने वाले पंचों के खिलाफ  मामला दर्ज कर लिया।

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मार खाने पर हुक्का पानी बंद
हाल ही में मप्र के शहडोल में भी इस तरह का तुगलकी फरमान सामने आया था। जिसमें शहडोल की रहने वाली एक महिला सनयारो की किसी अन्य पुरूष से पिटाई कर दी थी। जिसके बाद पंचायत ने फरमान सुनाते हुए उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया था।

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