सवा करोड़ के बड़े बजट से नार्दन रेलवे देगा आकार

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VARANASI : कैंट स्टेशन कैंपस, ट्रेंस समेत कालोनियों से निकलने वाले कचरे का प्रबंधन रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन खुद करने जा रहा है। इसके लिए उसने ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट लगाने की तैयारी कर ली है। इस पर तकरीबन सवा करोड़ रुपये खर्च होगा। प्रस्तावित योजना के सापेक्ष टेंडर के माध्यम से एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है।

कार्य पूरा करने की अंतिम मियाद दिसंबर 2018 तय की गई है। कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ करने के लिए नार्दन रेलवे वाराणसी के एडीआरएम आरपी चतुर्वेदी के नेतृत्व में ऑफिसर्स ने गुरुवार को मौका-मुआयना भी किया। इस दौरान स्टेशन डायरेक्टर आनंद मोहन के अलावा कार्यदायी एजेंसी के तकनीकी विशेषज्ञ भी मौजूद रहे। ऑफिसर्स ने उनको जरूरी निर्देश दिए।

 

मिनरल साइडिंग में बनेगा प्लांट

ठोस कचरा प्रबंधन के लिए लहरतारा स्थित मिनरल साइडिंग व वॉशिंग लाइन के समीप प्लांट लगाने की योजना है। इस प्लांट से व्यापक कार्य होंगे। कचरे का प्रसंस्करण कर खाद बनाई जाएगी। इसके अलावा फ्यूल ऑयल भी तैयार किया जाएगा जो सीमेंट की कंपनियों के लिए ऊर्जा के एक अवयव के रूप में उपयोगी होते हैं। प्रस्तावित इस प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे रेल प्रशासन बिजली भी बनाएगा जिसका उपयोग वह खुद के लिए करेगा।

 

एसटीपी व डब्ल्यूटीपी भावी योजना

पीएम के स्वच्छ भारत मिशन को लेकर गंभीर नार्दन रेलवे वाराणसी एडमिनिस्ट्रेशन की कई भावी योजनाएं भी हैं। हालांकि इस बाबत रेलवे ऑफिसर्स कोई जानकारी देने से कतरा रहे हैं। बावजूद इसके आगामी दिनों में कैंट स्टेशन कैंपस में एसटीपी यानी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट व डब्ल्यूटीपी यानी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की भी योजना है। फिलहाल स्टेपवाइज कार्य को आकार देने की कवायद रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से की जा रही है।

 

 

'रेलवे ने कैंट स्टेशन पर ठोस कचरा प्रबंधन की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। प्रोजेक्ट तैयार है। मौके मुआयना हो चुका है। कार्यदायी एजेंसी का चयन भी टेंडर से कर लिया गया है। बजट भी तय हो चुका है। जल्द ही वर्क स्टार्ट हो जाएगा.'

- आरपी चतुर्वेदी, एडीआरएम