मेलबर्न का किला फतह करने में नाकाम रहा भारत अब कल से शुरू होने वाले सिडनी के संग्राम में बल्लेबाजी में अपने मुख्य नायकों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद के साथ आस्ट्रेलिया से दूसरा टेस्ट मैच जीतकर चार मैचों की श्रृंखला में वापसी की कोशिश करेगा।

भारत मेलबर्न में पहला टेस्ट मैच 122 रन से हार गया था। उसके लिए विदेशी पिचों पर बल्लेबाजों का अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना चिंता का विषय बना हुआ है लेकिन भारतीयों की खासियत रही है कि किसी भी दौरे की शुरुआत वह अच्छी नहीं कर पाते लेकिन इसके बाद दमदार वापसी करने में सफल रहे हैं।

भारतीयों को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर फिर से ऐसी वापसी की उम्मीद है। क्रिकेटिया मैदान की इस जंग में सबकी निगाहें फिर से सचिन तेंदुलकर जैसे महान क्रिकेटर पर टिक गई है और उनसे उम्मीद की जा रही है कि वह अपने प्रिय मैदानों में से एक एससीजी पर बहुप्रतीक्षित 100वें शतक का इंतजार खत्म करके भारतीय बल्लेबाजी की अगुवाई करेंगे।

संयोग से यह एससीजी पर खेला जाने वाला 100वां टेस्ट मैच होगा और यदि इसमें तेंदुलकर का शतक और भारतीयों को जीत मिलती है तो यह मैच भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा के लिए स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो जाएगा। एससीजी पर भारतीयों का अच्छा रिकार्ड निश्चित तौर पर उनके लिए प्रेरणा का काम करेगा।

दूसरी तरफ आस्ट्रेलिया आक्रामक गेंदबाजी की अपनी आजमाई गई रणनीति के सहारे ही विजय अभियान जारी रखने की कोशिश करेगा। परिस्थितियां गेंदबाजों के अनुकूल हैं और ऐसी स्थिति में माइकल क्लार्क की टीम इसका फायदा उठाने में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहेगी. 

भारतीय बल्लेबाज आफ स्टंप की बाहर जाती गेंदों को छोडऩे के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं या यूं कहें कि गेंदबाज के चौथे या पांचवें स्पेल तक इंतजार करने का धैर्य उनमें नहीं है, जिससे कि टीम के लिए 300 रन तक के स्कोर तक पहुंचना भी मुश्किल बना हुआ है।

आस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में जीत दर्ज करने वाली टीम में कोई बदलाव नहीं किया है जिसका मतलब है कि आफ स्पिनर नाथन लियोन को खुद को साबित करने का एक और मौका मिलेगा। भारतीयों ने अभी अपनी अंतिम एकादश घोषित नहीं की है लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि विराट कोहली इसमें बने रहेंगे।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2010-11 की श्रृंखला के बाद 11 टेस्ट मैच में भारतीय टीम विदेशी सरजमीं पर केवल एक बार 400 रन के पार पहुंच गई है तथा केवल दो बार उसने 300 से अधिक रन बनाए। पिछली दस पारियों में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में रहा जहां वह 300 तक पहुंच पाया था। एससीजी पर उन्हें राहत नहीं मिलने वाली है, जहां चार साल पहले ‘मंकीगेट’ कांड ने दोनों टीमों के रिश्तों को तलवार की धार पर खड़ा कर दिया।

इस बार उस विवाद के केंद्र में रहे हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स इस बार नहीं खेल रहे हैं और इसलिए संभावना जताई जा रही है कि किसी तरह का विवाद पैदा नहीं होगा।

आस्ट्रेलिया ने अपनी रणनीति सार्वजनिक कर दी है कि वह भारतीयों पर अंकुश लगाए रखेंगे और उन्हें रन नहीं बनाने देंगे। कोच मिकी आर्थर ने तो भारतीयों की मेडन ओवर नहीं खेल पाने की क्षमता पर सवाल भी उठाए हैं।

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