इंडियन ओरिजिन के लोगों का मल्टीनेशनल कंपनियों में दबदबा तेजी से बढ़ रहा है और 10 इंडियन 400 अरब डॉलर से अधिक का कारोबार संभाल रहे हैं.

सिटीग्रुप, ड्यूश बैंक, पेप्सिको, यूनिलीवर, एडोब, मास्टरकार्ड और मोटोरोला जैसी दिग्गज मल्टीनेशनल कंपनियों की कमान इंडियन ओरजिन के लोगों के हाथ में है. टाइम्स मैग्जीन ने हाल ही में इंडिया को सीईओ का लीडिंग एक्सपोर्टर बताते हुए कहा कि यह देश ग्लोबल आकाओं के लिए एक आइडियल ट्रेनिंग सेंटर हो सकता है.

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और बढ़ेगा कद

एक्सपट्र्स का मानना है कि इंडियंस में टफ सिचुएशंस में काम करने की गजब की कैपेसिटी होती है और यही वजह है कि फ्यूचर में मल्टीनेशनल कंपनियों में इंडियन ओरिजिन के अधिक से अधिक लोगों का कद तेजी से बढऩे के आसार हैं. इंडियन ओरिजिन के व्यक्ति को मैनेजमेंट की अहम जिम्मेदारी देने वाले इंस्टीट्यूशंस में जर्मनी का सबसे बड़ा बैंक ड्यूश बैंक भी शामिल हो गया है, जिसने अंशु जैन को अपना को-सीईओ बनाया है. वहीं, इंडयिन ओरिजिन के विक्रम पंडित ने 111 अरब डॉलर के सिटीग्रुप को ग्लोबल इकॉनमिक स्लोडाउन से उबारा.

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इनके अलावा, इंद्रा नूई, लक्ष्मी मित्तल, अजय बंगा, संजय झा, शांतनु नारायण, राकेश कपूर, हरीश मनवानी और अजीत जैन उन लोगों में शामिल हैं जो मल्टीनेशनल कंपनियों को लीड कर रहे हैं. इन दस लोगों की अगुवाई वाली   कंपनियों ने बीते साल 410 अरब डॉलर का कारोबार किया.

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