- जेडी को उनके ऑफिस में ही दो घंटे बनाए रहे बंधक

- पहले लेटर लिख देते तो नहीं झेलनी पड़ती जलालत

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:

स्वतंत्र विद्यालय शुल्क निर्धारण अध्यादेश को लागू कराने में आनाकानी कर रहे शिक्षा विभाग के अफसर निशाने पर आ गए हैं। ट्यूजडे को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पेरेंट्स के साथ मिलकर जेडी का न सिर्फ घेराव किया। बल्कि उन्हें ऑफिस में ही बंधक बना लिया। इसके बाद ऑफिस के फैन, लाइट और एसी भी बंद कर दिए। जेडी की कुर्सी और टेबल तक चढ़े कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए जमकर भड़ास निकाली। हंगामे की सूचना पर बारादरी इंस्पेक्टर पहुंचे तो उन्हें ऑफिस से बाहर कर दरवाजा अंदर से लॉक कर लिया। सपा कार्यकर्ता जेडी को लगभग दो घंटे तक बंधक बनाए रहे। मजबूर होकर जेडी को कहना पड़ा कि जब तक स्कूलों की फीस पर कोई निर्णय नहीं हो जाता तब तक किसी भी पेरेंट्स से फीस नहीं ली जाएगी। जिसके बाद उन्होंने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा।

तो न सहनी पड़ती जलालत

सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि जब तक स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश नहीं होंगे तब तक उनमें से कोई भी यहां से जाएगा नहीं। जेडी ने उन्हें समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन कोई भी उनकी बात सुनने को तैयार नही था। उनका कहना था कि इतने दिनों से प्रशासन और स्कूलों की सुनते आए हैं, अब नही सुनेंगे। उन्होंने कहा कि यदि स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते तो स्कूलों को यह आदेश दिया जाए कि जब तक फीस का मामला पूरी तरह से सुलझ नहीं जाता तब तक पेरेंट्स से फीस न ली जाए। जिसके बाद मजबूरी में जेडी ने मंडलायुक्त को लेटर लिखकर सपाइयों की बात कही।

इस्तीफा तक देने की बात कह गए जेडी

सपाइयों के चौतरफा विरोध में फंसे जेडी को बोली नहीं निकल रही थी। वह बार-बार सफाई दे रहे थे कि उनके पास कार्रवाई के लिए लेटर लिखने की पॉवर नहीं है। इस बीच सपाइयों ने जब नारेबाजी कर तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया, तो जेडी के मुंह से अचानक यह निकल गया कि वह इस्तीफा दे देंगे।

पुलिस से भी भिड़े

विरोध ज्यादा बढ़ते देख जब पुलिस आगे आई तो सपा कार्यकर्ता पुलिस से भी भिड़ गए। बोले कि बाहर जाकर लॉ-एंड-आर्डर देखो यहां नेतागिरी करने मत आओ, लेकिन जब पुलिस फिर भी नहीं मानी तो सभी पुलिसकर्मियों से भिड़ गए और उनको बाहर निकालकर गेट बंद कर लिया। किसी भी पुलिसकर्मी को अंदर नहीं आने दिया।

15 दिन में कार्रवाई नहीं तो करेंगे आत्मदाह

सपा के कार्यकर्ता और पेरेंट्स ने जब जेडी से स्कूलों पर कार्रवाई करने के लिए लेटर लिखने की बात कही तो जेडी ने कहा कि यह उनके अंडर में नहीं है। वह नहीं लिख सकते। इस पर सभी कार्यकर्ता गुस्से में आ गए और बोले जब कोई काम करने की पॉवर ही नहीं है तो कुर्सी पर क्यों बैठे हो। तभी सपा के जिला सचिव हैदर अली ने कहा कि आप हमसे कुछ भी लिखने को बोलो तो हम तुरंत लिखे। हैदर ने कहा कि हम लिखने को तैयार हैं कि अगर 15 दिन के अंदर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मैं यहंा आत्मदाह करने को तैयार हूं। जिसके बाद जेडी के पास कोई जवाब नही था।

विधायक और मंत्री नहीं हुए जागरूक

हंगामे के बाद अभिभावक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने कहा कि ये अच्छी बात है कि हमारी जागरुकता रैली के बाद कम से कम राजनैतिक पार्टियां तो जागरुक हुई। अभी इंतजार है उन विधायकों और मंत्रियों के जागरूक होने का जिनकी सरकार में यह अध्यादेश लागू हुआ है।

सपा पार्टी के कार्यकर्ताओं और पेरेंट्स ने फीस को लेकर अपनी मांगे रखी थीं। उनकी इस मांग पर पहले ही बैठक हो चुकी है।

शिव प्रकाश द्विवेदी, जेडी