शहर के अंदर होने के बाद भी नही मिल रही मूलभूत सुविधाएं

बिजली, पानी और सड़कें भी मुकम्मल नहीं, परेशान उद्यमी

Meerut। शहर के उद्योगों को सुविधाएं देने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। सांईपुरम औद्योगिक क्षेत्र को विकसित हुए तकरीबन 24 साल से अधिक समय बीत चुका है। बावजूद इसके यहां सड़क, बिजली, पानी और साफ सफाई जैसी सुविधाओं का अभाव है।

सांईपुरम औद्योगिक क्षेत्र में सुविधाओं का अभाव है। इंवेस्टर्स यहां के हालातों को देखकर वापस लौट जाते हैं। जरुरी है कि पहले इंडस्ट्रीज के हालत में सुधार किया जाए। लेकिन इसके लिए ना प्रशासन स्तर पर पहल हो रही है और ना ही सरकार ध्यान दे रही है। ऐसे में इंडस्ट्रीलिस्ट के पास दूसरे प्रदेशों में जाकर अपना उद्योग चलाने का विकल्प अब दिख रहा है।

अजय सहगल, अध्यक्ष साईपुरम इंडस्ट्री एसोसिएशन

सांईपुरम के विकास के लिए एसोसिएशन द्वारा लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर निगम स्तर पर मांग की जा चुकी है लेकिन किसी स्तर पर काम नही हो रहा है। लाइन पार ही कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बना दिया गया है, जिससे लगातार बदबू और गंदगी का ढेर रहता है। जगह-जगह जलभराव और सड़कें टूटी हैं।

शिव कुमार, उपाध्यक्ष

सांईपुरम में 24 साल बाद भी सड़कों की हालत ठीक नही है। बिजली की दर अन्य प्रदेशों से महंगी हैं। नालियां टूटी हैं, स्ट्रीट लाइट्स खराब हैं, कूड़ा यहां जगह जगह फैला है, निगम से मांग के बाद भी सुविधा नही दी जा रही है। अनदेखी से हालत और अधिक बिगड़ रही है।

गौरव राजपूत, संगठन मंत्री

पाइंट

साफ सफाई-

3/10

औद्योगिक क्षेत्र के साफ-सफाई की सुविधा नहीं है। इस दौरान उद्यमियों ने 10 में से औसतन 3 नंबर ही दिए हैं।

कनेक्टिीविटी

6/10

इंडस्ट्रियल एरिया में कनेक्टिीविटी न होना सबसे बड़ी समस्या है। इस पर उद्यमियों ने 10 में से औसतन 6 नंबर ही दिए हैं।

सडकें

3/10

सड़कें दुरस्त न होने से उद्यमियों ने 10 में से सिर्फ तीन नंबर ही दिए हैं।

बिजली

4/10

बिजली आपूर्ति ठीक न होने से उद्यमियों ने 10 में से सिर्फ 4 नंबर ही दिए हैं।

सुरक्षा

1/10

औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा की बड़ी समस्या है। लिहाजा उद्यमियों ने 10 में से सिर्फ एक नंबर ही दिया है।