-चुनाव को लेकर तेवर में है पब्लिक
-केवल मुद्दों की बात करने वालों का करेंगे बॉयकाट
i next campain से जुड़ती जा रही पब्लिक
ALLAHABAD: बहुत हो गए दावे, वादे और मुद्दे। इस बार हम पॉलिटिशियंस के झांसे में नहीं आएंगे, बल्कि अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए वोट का चोट करेंगे। हैं तैयार हम कैंपेन के तहत मंडे को जब आईनेक्स्ट ने वोटर्स का व्यू जानने की कोशिश की तो कुछ इसी तरह की बातें पब्लिक के बीच से निकल कर सामने आई।
अवेयर हो चुकी है पब्लिक
वाकई, बदलते समय के साथ ही देश की राजनीति भी अब बदलने वाली है। क्योंकि पब्लिक बदलाव लाने की ठान चुकी है। चुनाव को लेकर पब्लिक में अवेयरनेस दिखने लगा है। लोग अब चुनावी चर्चा से भागने के बजाय उसमें शामिल होकर खुल कर अपनी बात कह रहे हैं।
कई सजेशंस भी सामने आए
देश के नेता तोड़ने की नहीं बल्कि देश को जोड़ने की बात करें। जो लोग देश का बेड़ा गर्क कर रहे हैं, उनके खिलाफ आवाज उठाएं और विकास की राजनीति करें। केवल अपने बारे में सोचना छोड़ दें, जब देश की चिंता करेंगे, देश के बारे में सोचेंगे तो देश भी उनकी बेहतरी के लिए ही सोचेगा। पब्लिक के बीच से कुछ इसी तरह के सुझाव सामने आए।
कब खत्म होंगे हमारे मुद्दे
वाकई इस देश में महंगाई ने हर किसी की कमर तोड़ कर रख दी है। अब तो दाल रोटी खाना भी महंगा हो गया है। ऐसे में विकास की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेताओं को सोचना चाहिए कि वे क्या कर रहे हैं।
ओमप्रकाश मिश्रा
सड़क पर व बाजारों में भीड़ तो दिखाई देती है, लेकिन भीड़ में शामिल ज्यादातर लोगों के पास इनकम का साधन नहीं है। यंगस्टर्स बेरोजगार हैं। बेरोजगारी दूर करने के सरकार के सारे उपाय फेल हैं। सरकार चलाने वाले नेताओं को इस मुद्दे पर अधिक फोकस करना चाहिए।
गौरव साहू
डेवलपमेंट का नारा तो सब देते हैं, लेकिन जब डेवलपमेंट की बारी आती है, तो सब गायब हो जाते हैं। कोई भी पॉलिटिशियंस सामने नहीं आता है। क्या इसी तरह से विकास होता है।
शशांक साहू