एक साल के कार्यकाल में नारी सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार क्या कुछ नया कर पाई है? आई नेक्स्ट ने अपने सर्वे ये सवाल भी बनारस की जनता से पूछा। हमने इस सवाल के जरिये ये जानने की कोशिश की कि नारी सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार से लोग कितने संतुष्ट हैं? क्या रहा जनता का रिस्पॉन्स, पढि़ये आई नेक्स्ट सर्वे की इस आखिरी रिपोर्ट में

महिला सुरक्षा पर मात खा गए मोदी

पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले देश में नारी सुरक्षा को लेकर काफी हो हल्ला हुआ था। इलेक्शन के दौरान नारी सुरक्षा भी एक मुद्दा बना। मोदी सरकार ने इस क्षेत्र में ठोस कदम उठाने की बात कही थी। अपने एक साल के कार्यकाल में मोदी सरकार ने इस बारे में जो भी किया उससे जनता कितनी संतुष्ट है? यही जानने आई नेक्स्ट ने कोशिश की। हमारे खास सर्वे में एक सवाल नारी सुरक्षा पर मोदी सरकार के प्रयासों को लेकर था। लेकिन बनारस की जनता ने इस सवाल पर मोदी का संतोषजनक भी साथ नहीं दिया। ज्यादातर इस मुद्दे पर मोदी सरकार से नाखुश दिखे।

सवाल: पिछले एक साल में मोदी सरकार नारी सुरक्षा को लेकर कोई जरूरी कदम उठा पाई है?

नारी सुरक्षा को लेकर सर्वे में शामिल सभी बनारसियों में सिर्फ 23 परसेंट ने कहा कि महिल अपराध कम हुआ है। 38 परसेंट ने कहा कि अब भी असुरक्षित महसूस करती हैं महिलाएं। 24 परसेंट का कहना था कि कोई खास कदम नहीं उठाया गया है। जबकि 15 परसेंट ने कहा कि कोई उम्मीद भी नहीं लगती है। इस तरह सिर्फ 23 परसेंट ही सरकार से संतुष्ट नजर आए।

महिलाएं ही ज्यादा नाखुश

सर्वे में बनारस के पुरुषों की तुलना में महिलाएं मोदी सरकार से ज्यादा नाखुश नजर आई। महिला सुरक्षा मुद्दे पर 22 परसेंट महिलाओं ने भी कहा कि महिला अपराध कम हुआ है जबकि ऐसा कहने वाले पुरुष 24 परसेंट थे। यानि महिलाओं से दो परसेंट ज्यादा। अब भी असुरक्षित महसूस करती हैं महिलाएं, ऐसा करने वाले पुरुष 35 परसेंट और महिलाएं 50 परसेंट थीं। 31 परसेंट पुरुषों और 11 परसेंट महिलाओं ने कहा कि कोई खास कदम नहीं उठाया गया है। जबकि 10 परसेंट पुरुषों और 17 परसेंट महिलाओं ने कहा कि कोई उम्मीद भी नहीं लगती है।

प्रोफेशनल्स में दिखा सबसे ज्यादा असंतोष

सर्वे में शामिल बनारस के स्टूडेंट्स, प्रोफेशनल्स, बिजनेसमैन और हाउस वाइव्स के रिस्पॉन्स को देखा जाए तो सबसे ज्यादा नाखुश प्रोफेशनल्स ही नजर आए।

महिला सुरक्षा पर मात्र 17 परसेंट प्रोफेशनल्स ने कहा कि मोदी सरकार में महिला अपराध कम हुआ है। अन्य सभी 83 परसेंट ने सरकार का समर्थन नहीं किया।

सर्वे में शामिल बनारस के टोटल स्टूडेंट्स में से 23 परसेंट ने ही माना कि मोदी सरकार में महिला अपराधों में कमी आई है। अन्य 77 सरकार के खिलाफ थे।

बनारस के जितने भी बिजनेसमेन सर्वे में शामिल थे उसमें से नारी सुरक्षा पर मोदी सरकार का समर्थन करने वालों की तादाद महज 25 परसेंट रही जबकि 75 परसेंट सरकार के साथ नहीं थे।

अन्य की तुलना में हाउस वाइव्स थोड़ा सा ज्यादा संतुष्ट दिखी और सर्वे में शामिल सभी हाउस वाइव्स में से 33 परसेंट ने माना कि महिला अपराध कम हुआ है। अन्य 67 परसेंट सरकार के खिलाफ थीं।

विकल्प

महिला अपराध कम हुआ है।

अब भी असुरक्षित महसूस करती हैं महिलाएं।

कोई खास कदम नहीं उठाया गया है।

कोई उम्मीद भी नहीं लगती है।