- बस एक्सीडेंट में घायल बच्चे नहीं कर रहे ज्यादा बात

आगरा। हिमाचल से घूमने आए बच्चों के साथ एक्सप्रेस वे पर हुई घटना के बाद दूसरे दिन भी घायल बच्चे सदमे में रहे। बच्चों ज्यादा बात नहीं की और अपने-आप में खोए रहे। एसएन और अन्य अस्पतालों में भर्ती बच्चों के परिजन धीरे-धीरे पहुंचे और जरूरत के हिसाब से उन्हें लेकर जा रहे हैं। वहीं गंभीर घायल बच्चों का इलाज एसएन में चल रहा है।

नहीं बदले चेहरे के भाव

हादसे के दूसरे दिन एसएन में भर्ती घायल बच्चों का इलाज जारी रहा। ड्रेसिंग के दौरान भी दर्द के कारण बच्चों के चेहरे के भाव में कोई बदलाव नहीं दिख रहा था। वहीं जय और कृष्णा अस्पताल में भर्ती आंशिक रूप से घायल अधिकांश बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया गया।

ओशिन ने नहीं खाया दलिया

पांच साल की ओशिन भी एसएन में ही भर्ती है। पूरे दिन चुपचाप लेटी ओशिन ने किसी से बात नहीं की और जब उसे दलिया खिलाने की कोशिश की गई तो उसने नहीं खाया। ओशिन कुछ नहीं बोली और दलिया खाने के लिए मुंह भी नहीं खोला। ओशिन के सिर पर गहरी चोट आई है।

मैंने और चेयरमैन ने निकाले थे सारे बच्चे

जिस बस का एक्सीडेंट हुआ था उसमें स्कूल के फिजिकल एजुकेशन टीचर सुरेंद्र भी उसी बस में थे। खून से सने जूते पहने सुरेन्द्र ने बताया कि टायर फटने के बाद करीब तीन-चार सौ मीटर तक बस लहराई। इसके बाद बस कैसे पलटी मुझे भी याद नहीं। सुरेन्द्र ने बाद का हाल बताया कि बस पलटने के बाद थोड़ी से बेहोशी आई लेकिन खुद को संभालते हुए मैं बस का शीशा तोड़कर बाहर आया। बस में बच्चे चिल्ला रहे थे। चेयरमैन हर्ष सिंह जैसे ही आए तो हम दोनों ने मिलकर सभी बच्चों को बाहर निकाल लिया। कुछ देर बाद गांव वाले आए फिर सभी ने गाडि़यां रोक-रोक कर सभी बच्चों को अस्पताल भेजा।