AGRA (15 March): सैंया क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर में पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश की मंगलवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस के अनुसार सैंया क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर पर आसपास के कई थानों के चोरी, लूट नकबजनी हत्या का प्रयास आदि के कई मुकदमे दर्ज थे।

आतंक का पर्याय बन गया था श्रीकृष्ण

थाना सैंया क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर निवासी शिव सिंह के सात बेटे हैं। इनमें श्रीकृष्ण सबसे बड़ा था। शुरु से ही गलत शोहबत में पड़ने से वह क्राइम करने लगा था। इस बारे में एसपीआरए पश्चिम बबिता साहू ने बताया कि गांव व आसपास के इलाकों में उसका आतंक फैला हुआ था। उसपर आसपास के जिलों के कई मुकदमे पंजीकृत थे। अभी पिछले महीने इरादतनगर क्षेत्र में एक पेट्रोल पम्प लूट में उसका नाम आया था। एसपीआरए ने बताया कि लगातार ?लीडिंग होने से अचानक श्रीकृष्ण की मौत हुई है। उसके शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल द्वारा कराया गया है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है। पिछले दो वर्ष से उसके परिवार वाले गायब थे। आज अचानक पोस्टमार्टम पर आ गए।

ये था मुठभेड़ का मामला

बीती रात सिकंदरपुर में तेहरा चौकी प्रभारी अमित कुमार गश्त पर थे, उसी दौरान उन्हें ट्रक के लूटे जाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचे तो उनका आमना-सामना श्रीकृष्ण और उसके साथी संजय पुत्र वीरेन्द्र से हो गया। इस दौरान फायरिंग में दरोगा के गोली लग गई। दोनों बदमाश भी घायल हो गए। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने दोनों की तबियत से मार लगाई थी।