- हादसे में गंभीर घायल इमरजेंसी पहुंचे

- डॉक्टर्स की टीम ने दिखाई सतर्कता

आगरा। हिमाचल से आए स्कूली बच्चों की बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जब घायल मासूम एसएन की इमरजेंसी में पहुंचे तो मासूमों की चित्कार से इमरजेंसी गूंज उठी। खून से सने मासूमों को देख डॉक्टर्स भी सकते में आ गए और उनके इलाज के लिए पूरी टीम जुट गई।

सबसे पहले आए चार घायल

एसएन की इमरजेंसी में सबसे पहले चार घायल पहुंचे। इनमें तीन बच्चे और एक टीचर थी। हादसे की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ डॉ। मुकेश वत्स और डिप्टी सीएमओ डॉ। अजय कपूर इमरजेंसी पहुंचे और सभी घायलों के तुरंत इलाज की सभी व्यवस्थाएं देखी।

स्कूल के चेयरमैन बोले हंसते खेलते विदा हुए थे, पता नहीं था ऐसा हाल होगा

मौके पर पहुंचे स्कूल के चेयरमैन हर्ष सिंह ठाकुर स्थानीय लोगों के साथ इमरजेंसी पहुंचे। वहां बच्चों का हाल देख हर्ष सिंह लगभग बदहवास की स्थिति में आ गए और रोते हुए बोलने लगे कि बच्चे हंसते-खेलते विदा हुए थे। मुझे पता नहीं था कि ऐसा हो जाएगा।

दूसरी बस से आए स्टूडेंट्स पहुंचे दोस्तों के पास

स्कूल की दूसरी बस के स्टूडेंट्स भी इमरजेंसी पहुंचे। यहां उन्होंने अपने दोस्तों का हाल जाना और जो दूसरे अस्पतालों में भर्ती थे कुछ वहां चले गए। इस दौरान वहां मौजूद टीचर्स को देखते हुए स्टूडेंट्स रोने लगे।

पांच साल की ओशिन बोली, धीरे करो, कान में जा रही है दवाई

घायलों में आई पांच साल की ओशिन के सिर में गंभीर चोट आई थी। मासूम ओशिन के सिर पर इतनी गहरी चोट थी कि उसकी सिर की हड्डी नजर आने लगी थी। इमरजेंसी के कमरा नंबर 115 में जब उसका इलाज चल रहा था। कमरे के कोने में एक नर्स जब उसके घाव पर दवाई डाल रही थी तो मासूम रोते हुए नर्स से करने लगी कि धीरे से करो, कान में दवाई जा रही है। मासूम का रोना सुनकर सीएमओ समेत सभी डॉक्टर्स का उसकी ओर ध्यान चला गया।