-सूचना मिलने पर पुलिस ने घर में रेड कर मुक्त कराया बच्ची को

-घर का मालिक राजू परिवार के साथ फरार

-नेहा नाम की बच्ची को स्टेशन से बहलाकर लाये थे पति-पत्‍‌नी

-सात साल की मासूम मां का नाम जानती है, पता नहीं मालूम

PATNA (10 Sept): हैवानियत की हद पार कर दी खगौल के रहने वाले राजू गुप्ता और उसकी फैमिली ने। एक सात साल की मासूम बच्ची नेहा को पहले तो वे बहला फुसलाकर स्टेशन से घर लाये बाद में उस पर जुल्म की इंतहा कर दी। उसे बंधक बनाकर रखते थे और किचेन के चाकू को गर्म कर उसे दागते थे। आखिरकार लोगों ने पुलिस को इंफार्म किया और गुरुवार को खगौल पुलिस ने चिकटोली गली में छापेमारी कर मासूम को मुक्त कराया। लेकिन छापेमारी की भनक राजू और उसके परिवार को लग गई और वे लोग फरार हो गये। पुलिस उनकी तलाश कर ही है, लेकिन देर शाम तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

बच्ची की दास्तां रोंगटे खड़े करता है

नेहा को जब पुलिस मुक्त करवाने पहुंचे, तब भी उसे बांध कर घर में रखा गया था। नजारा देखकर पुलिस भी सोच में पड़ गई, लेकिन जब बच्ची ने जब अपना दर्द बयां किया तो पुलिस वालों के भी रोंगटे खड़े हो गये। उसका खाना बंद कर दिया जाता था, पिटाई की जाती थी और अगर कभी मासूमियत में अगर बात न मानी तो उसे गर्म सलाखें तो कभी गर्म चाकू से दागा जाता था। उसके शरीर पर दाग उसकी बातों की सच्चाई पर मुहर लगा रही थी।

मां का नाम जानती है, पता नहीं मालूम

नेहा को मां याद है और उसका नाम भी। लेकिन उस घर का पता याद नहीं जहां वह रहती थी। नेहा ने पुलिस को बताया कि उसकी मां रेखा ने सामान लाने के लिए चार महीने पहले स्टेशन के पास भेजा था, इसी दौरान राजू गुप्ता और उसकी पत्‍‌नी मिले थे। दोनों ने उसे ऑटो पर बिठाकर अपने घर लेकर आये जहां उसे नौकरानी बनाकर रख लिया। घर के सारे काम करवाते, बंधक बनाकर रखते किसी से मिलने भी नहीं देते। पड़ोसियों ने भी पुलिस को कई जानकारी दी। पहले बच्ची को दानापुर नारी गुंजन संस्थान भेजा गया, बाद में उसे चाइल्ड हेल्प लाइन भेजा जायेगा। इस संबंध में थानाध्यक्ष खगौल राजीव सिंह ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद रेड कर बच्ची को मुक्त कराया गया है। बहुत जुल्म हो रहा था बच्ची पर। राजू गुप्ता उसकी पत्‍‌नी सहित अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। हर हाल में उनकी गिरफ्तारी की जायेगी।