नामजद आरोपितों पर प्रेशर बनाने के लिए रिश्तेदारों से पूछताछ

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PRAYAGRAJ: नामजद रिपोर्ट है इसलिए टारगेट फिलहाल वही हैं। रिपोर्ट पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि मरने और मारने वाले के बीच रिलेशन अच्छे थे। इसकी तह तक पहुंचना पुलिस के लिए चैलेंज है। आरोपितों की लोकेशन तो पुलिस को मिली है लेकिन वह उस लोकेशन पर मिले नहीं। इसके चलते पुलिस के तीन फिलहाल अंधेरे में ही चल रहे हैं। रिश्तेदारों और परिचितों को उठाकर प्रेशर बनाने की टैक्टिस भी फिलहाल रंग नहीं दिखा रही है।

योजना के तहत अंजाम दी गयी हत्या

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पीसीबी हॉस्टल में तीन दिन पूर्व हुई छात्र नेता अच्युतानंद उर्फ सुमित शुक्ला की हत्या के पीछे आखिर वजह क्या है? इसका कोई सुराग पुलिस के पास नहीं है। पुलिस ने कई संदिग्धों के साथ ही परिचितों को पूछताछ के लिए उठाया जरूर है, लेकिन कोई जानकारी नहीं जुटा सकी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो फुटेज व फिलहाल तक मिले एवीडेंस से सीएमपी अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी कटघरे में हैं। लेकिन, यह नौबत आयी क्यों? इसका जवाब खोजना मुश्किल है। माना जा रहा है कि हत्या को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है।

किस बात को लेकर हुई टशन

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पीसीबी हॉस्टल में बर्थ डे पार्टी का आयोजन किया गया था। इसमें अच्युतानंद उर्फ सुमित शुक्ला भी मौजूद था। पुलिस ये जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर सुमित शुक्ला ने सीएमपी अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी को फोन कर क्यों बुलाया। फिर पार्टी में किस बात पर दोनों में विवाद हुआ कि सीएमपी अध्यक्ष को पिस्टल निकालकर फायर करना पड़ा।

सुमित के साथी से हुई थी कहासुनी

सूत्रों के मुताबिक सुमित शुक्ला हत्याकांड से करीब एक दिन पूर्व हरिकेश की कहासुनी सुमित के एक करीबी साथी से हुई थी। इसे लेकर दोनों के बीच तनातनी हो गई थी। इसकी जानकारी उसने सुमित को दी तो उसने पार्टी वाले दिन सीएमपी अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी को फोन कर हॉस्टल आने के लिए कहा। बताया जाता है कि सुमित की बातों से आशुतोष को यह आभास हो गया था कि हास्टल पहुंचने पर विवाद बढ़ सकता है। इसलिए उसने हरिकेश व प्रिंस को साथ ले लिया। पार्टी खत्म होने के बाद सुमित व आशुतोष साथियों संग हास्टल के पीछे जाकर बैठ गए। इसके बाद अचानक फायरिंग हुई और सुमित को गोली लग गई।

कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिसके आधार पर हत्यारोपितों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। वे पकड़ में आ जाएं तो पता चल जाएगा कि हत्या का कारण क्या था। पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द इस कांड का खुलासा कर दिया जाए।

नितिन तिवारी, एसएसपी