VARANASI

अभिनव की दबंगई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक सप्ताह पहले ही शिवपुर थाने में उसके खिलाफ मुकदमा कायम हुआ था। शक के दायरे में आने वाले एक युवक के घर पर चढ़ कर गोली चलाने के मामले में अभिनव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी थी। पुलिस ने गोलीबारी के मामले को हल्का कर दिया था। माना जा रहा है कि इस मामले में सुलह की खातिर बुला कर उसे ठिकाने लगा दिया गया है। हत्या भले ही कैंट इलाके में हुई लेकिन शक के दायरे में आने वाले आरोपितों से लेकर मरने वाला तक शिवपुर का था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक सात अप्रैल को अभिनव के खिलाफ आइपीसी की धारा ब्भ्ख् के तहत मुकदमा कायम हुआ था। इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। धारा भी हल्की होने के नाते आरोपितों ने खुद ही सबक सिखाने का मन बना लिया था। मुकदमे में सुलह का प्रस्ताव अभिनव को देने वाले उसके पुराने परिचित थे।

हिस्ट्रीशीटर मनोज से था करीबी संबंध

शिवपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर और उंदी निवासी मनोज सिंह से अभिनव का पुराना संबंध था। दोनों काफी दिनों से साथ देखे जाते थे। क्षेत्रीय लोगों का दबी जुबान से कहना था कि मनोज की जमानत कराने के लिए अभिनव ने न सिर्फ धन खर्च किया था बल्कि संबंधों का भी इस्तेमाल किया था। शिवपुर थाने में अभिनव के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हैं। इसके अलावा अपने पैतृक गांव में पट्टीदार की हत्या के मामले में जब उसे पकड़ा गया था उस समय वह बालिग भी नहीं था। यही नहीं गांव पर हत्या प्रयास के एक मामले में कुछ दिन पहले सुलह-समझौता होने के बाद हलफनामा दाखिल करने पर अभिनव को राहत मिली थी।

ख्ख् अप्रैल को थी सगाई

अभिनव की अभी शादी नहीं हुई थी। करीबी लोगों के मुताबिक शादी पक्की हो चुकी थी और ख्ख् अप्रैल को सगाई होने वाली थी। इसकी तैयारियां भी चल ही थीं।