-आईनेक्स्ट अभियान के चलते खाद्य सुरक्षा विभाग ने की पहल

-ममफोर्डगंज सब्जी मंडी में हुई छापेमारी, दुकान छोड़कर भागे विक्रेता

ALLAHABAD: सब्जी तो बासी लग रही है लेकिन इसका रंग चटख है? क्या मिलाया है इसमें? सच-सच बताओ। जब इस तरह के सवाल सब्जी वालों से खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने किए तो उनके चेहरे का रंग उड़ गया। उनसे जवाब देते नहीं बन रहा था। दरअसल, टीम ने बुधवार को ममफोर्डगंज सब्जी मंडी में छापेमारी कर शक के आधार पर सब्जियों के नमूने जांच के लिए भेजे। इस दौरान कई विक्रेता दुकान छोड़कर भाग खड़े हुए। उनको सब्जियों में मिलावट के संदेह पर कड़ी चेतावनी दी गई।

करेला और शिमला मिर्च का लिया सैंपल

टीम ने चीफ फूड ऑफिसर सीएल यादव के नेतृत्व में छापेमारी की। इस दौरान दुकानदार नीरज सोनकर के यहां से करेला और अजीत की दुकान से शिमला मिर्च का सैंपल जांच के लिए भेजा गया। इन सब्जियों में रंग मिलाए जाने के शक के आधार नमूने लिए गए। ममफोर्डगंज सब्जी मंडी में अचानक पहुंची टीम को देखकर कई दुकानदार भाग खड़े हुए। दुकानदार बच्चा के यहां टमाटर, करेला और नीबू का सैंपल लिया गया। सड़ी-गली सब्जियों को तत्काल मंडी से हटाने की चेतावनी दी गई।

आई नेक्स्ट का असर

चीफ फूड ऑफिसर ने बताया कि आई नेक्स्ट ने सही अभियान चलाया था। सब्जियों में कलर, केमिकल की मिलावट बढ़ती जा रही है। नियमित रूप से मंडियों में अभियान चलाकर मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सैंपल की जांच रिपोर्ट में मिलावट मिलने पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

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तेल और हल्दी का नमूना भरा

इसके पहले सावन मास को देखते हुए डीएम कौशलराज शर्मा के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने हंडिया और उसके आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान हंडिया स्थित ओम ट्रेडर्स से सरसों के तेल और हल्दी पाउडर का नमूना जांच के लिए भेजा गया। साफ-सफाई में कमी और फूड लाइसेंस नहीं पाए जाने पर नोटिस भी जारी की गई। हंडिया मार्ग स्थित न्यूज पंजाब ढाबा के नजदीक वाहन में लोड होकर जा रहे राधे रश्क का नमूना भी जांच के लिए भेजा गया है।