- स्टेशन सुपरटेंडेंटनहीं कर पाये आदेशों के अनुसार काम

- पैसेंजर्स को भुगतना पड़ रहा रेलवे की लापरवाही का खामियाजा

देहरादून, रेलवे स्टेशन के तीन उच्च अधिकारी ने अलग-अलग समय पर स्टेशन का इंस्पेक्शन करके सुधार के आदेश दिये थे, लेकिन स्टेशन सुपरटेंडेंट आदेशों को पालन नहीं कर पाये हैं। जिन कमियों को दूर करने के आदेश अधिकारियों ने दिये थे, उनमें से एक भी कमी दूर नहीं हो पाई। पैसेंजर्स की सुरक्षा का मुद्दा सबसे पहले थे। इंस्पेक्शन के दौरान अधिकारियों ने पैसेंजर्स से उनकी समस्याओं को लेकर भी बातचीत की थी। इस दौरान स्टेशन सुपरटेंडेंट को सख्त आदेश दिए थे कि पैसेंजर्स की सुरक्षा और सुविधा पहली प्राथमिकता है। इसके बावजूद समस्याओं के निराकरण के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा सका है।

एजीएम : 22 जून

एजीएम अर्चना जोशी ने सैटरडे को रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया था। उन्होंने स्टेशन सुपरटेंडेंट को सख्त आदेश दिए गए थे कि वे पैसेंजर्स की सेफ्टी को लेकर जीआरपी और आरपीएफ से समय-समय पर विचार-विमर्श करें। पैसेंजर्स को बैठने की सुविधा उपलब्ध करायें। पैसेंजर्स को कई घंटे ट्रेन का इंतजार करना होता है इसलिए स्टेशन पर साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें।

जीएम : 2 जून

जीएम टीपी सिंह ने बीते 2 जून को स्टेशन का इंस्पेक्शन किया था और बंद पड़े सीसीटीवी चालू करने के आदेश दिए थे। स्पष्ट आदेश के बावजूद अभी तक एक भी कैमरा चालू नहीं हुआ है। उन्होंने 24 कोच का प्लेट फार्म तैयार करने के आदेश भी दिए थे, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।

डीआरएम : 23 मई

मुरादाबाद मंडल के डीआरएम तरुण प्रकाश ने 23 मई को स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंनेसाफ-सफाई और टिकट काउंटर, पार्सल रूल का निरीक्षण किया था। डीआरएम ने आदेश दिए थे कि पैसेंजर्स की सेफ्टी पहली प्राथमिकता है। इसके अलावा उन्होंने बंद पड़े सीसीटीवी रूम में एक व्यक्ति को तैनात करने, चारदीवारी, मेटल डिटेक्टर का यूज करने के आदेश दिए थे, लेकिन स्टेशन पर मेटल डिटेक्टर अब भी खराब है। इसके अलावा खराब पड़े वॉटर कूलर को भी आदेश के बावजूद ठीक नहीं किये गये हैं।

इन मामलों में दिये थे आदेश

- मेटल डिटेक्टर मशीन की जाए चालू।

- बंद पड़े सीसीटीवी किए जाएं चालू।

- सुरक्षा के मद्देनजर की जाए चाहरदीवारी

- पैसेंजर्स को बैठने के लिए बैंच की व्यवस्था की जाए।

- 24 कोच के लिए प्लेटफार्म किया जाए तैयार।

- खराब वॉटर कूल दुरुस्त किये जाएं।

- प्लेटफॉर्म में उखड़ी टॉयल ठीक की जाएं।

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रेलवे बोर्ड को सभी समस्याओं के प्रपोजल भेज दिए गए हैं। अपने स्तर से भी पैसेंजर्स को पूरी सुविधा दी जा रही है। जहां भी कमी है, उनका भी जल्द निस्तारण किया जाएगा।

एसडी डोभाल, स्टेशन सुपरटेंडेंट