महज 92 पैसे के खर्च पर दे रहा 10 लाख रुपये तक का बीमा जर्नी इंश्योरेंस की खास बातें - टिकट के रेट में कोई एक्स्ट्रा नहीं लिया जाएगा। - टिकट रेवेन्यू से ही 92 पैसा जाएगा इश्योरेंस को। - मृत्यु या पूर्ण विकलांगता पर 10 लाख मुआवजा। - आंशिक विकलांगता पर 7.5 लाख तक मुआवजा - घायलों को 2 लाख रुपये तक का ईलाज खर्च। - डेडबॉडी ट्रांसपोर्टेशन के लिए अतिरिक्त 10 हजार। varanasi@inext.co.in VARANASI अब पैसेंजर तथा इंटरसिटी जैसी लोकल ट्रेन में जर्नी करने वाले यात्री ऑटोमैटिक क्0 लाख तक के यात्रा बीमा के लिए इंश्योर्ड हैं। जी हां, ये खास व्यवस्था रेलवे ने यात्रियों के लिए लागू कर दी है। पहले ये सुविधा सिर्फ रिवर्ज टिकट वाले यात्रियों के लिए थी। लेकिन अब किसी भी तरह से किसी भी श्रेणी की यात्रा का टिकट रखने वाले हर यात्रियों को इसमें शामिल किया गया है। ऑफिसर्स के मुताबिक मंथली सीजन टिकट पर यात्रा करने वाले पैसेंजर्स भी इस जर्नी इंश्योरेंस में शामिल हैं। दुघर्टना से विकलांगता तक रेल यात्रा में यदि यात्री दुर्घटना का शिकार होता है, किसी वजह से उसकी मौत हो जाती है या विकलांगता होती है तो हर केस में वह या उसके परिजन क्लेम फाइल कर सकते हैं। मौत अथवा पूर्ण विकलांगता के केस में क्0 लाख बीमा राशि का भुगतान होगा। आंशिक विकलांगता में 7.भ् लाख तक तथा घायल व्यक्ति के ईलाज के लिए दो लाख रुपये हॉस्पिटल व्यय के रूप में दिए जाने की व्यवस्था है। कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज नहीं रेलवे की इस जर्नी बीमा प्लान के लिए यात्रियों से एक भी पैसा एक्स्ट्रा नहीं लिया जा रहा। टिकट रेवेन्यू में से ही प्रति व्यक्ति 9ख् पैसा इस पॉलिसी के लिए कंपनियों के पास जाएगा। टिकट चाहे रेलवे काउंटर से लिया गया हो या अन्य किसी फ्रेंचाइजी काउंटर से। यात्रा के दौरान टिकट रखने वाला व्यक्ति अपने आप बीमा कवर के दायरे में होगा। हालांकि आईआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट बुक कराने पर ये पॉलिसी ऑप्शनल होगी। बीमा विकल्प चुनने पर यात्रियों को 9ख् पैसे अतिरिक्त देने होंगे। ये स्कीम वेटिंग और आरएसी टिकट पर भी लागू होगी। रेल बजट में हुआ था एनाउंस पूर्व रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेल बजट में घोषणा की थी कि रेलवे टिकट बुकिंग के समय प्रत्येक यात्री के लिए यात्रा बीमा कवर की सुविधा उपलब्ध कराएगी। ट्रेन एक्सिडेंट या किसी अन्य अप्रिय घटना की स्थिति जैसे आतंकवादी हमला, डकैती, लूटपाट, गोलीबारी की स्थिति में मृत्यु या पूर्ण विकलांगता की स्थिति में यात्री के कानूनी वारिस को बीमित राशि का भुगतान होगा। बच्चे व विदेशी दायरे से बाहर फिलहाल मुफ्त के इस यात्री बीमा पॉलिसी के लाभ से पांच साल तक के बच्चों और विदेशी नागरिकों को बाहर रखा गया है। स्कीम का फायदा अन्य उन सभी पैसेंजर्स को मिलेगा जिनके पास जनरल, अन-रिजर्व, या रिजर्व कटेगरी के कन्फर्म, आरएसी और वेटिंग टिकट होंगे। सबसे सस्ती यात्रा बीमा रेलवे अफसरों का दावा है कि ये अब तक की सबसे सस्ती यात्रा बीमा योजना है। जिसकेलिए चार जनरल इंश्योरेंस कंपनियों से अनुबंध किया गया है। इस योजना में एमएसटी पर चलने वाले यात्री भी शामिल हो सकेंगे लेकिन उन्हें सालाना ख्00 से फ्00 रुपए अतिरिक्त देना होगा। किसी भी क्लास का टिकट हो, कहीं भी जाना हो या कितनी भी दूरी की यात्रा हो, प्रीमियम और बीमा कवर की रकम एक जैसी ही रहेगी। बता दें कि फ्लाइट पैसेंजर्स के लिए भी यात्रा बीमा का विकल्प होता है लेकिन इसके लिए यात्रियों को ख्,000 से फ्,000 रुपए के बीच प्रीमियम देना होता है। एक लाख रुपये तक के कवर के लिए फ्लाइट पैसेंजर्स को करीब ख्म् रुपये खर्च करने होते हैं लेकिन रेल यात्रा में क्0 लाख रुपये कवर के लिए 9ख् पैसे ही खर्च हो रहे हैं। टिकट पर मिलने वाले इंश्योरेंस के बारे में बहुत सारे पैसेंजर्स को जानकारी ही नहीं है। जबकि रेलवे की ओर से टिकट परचेज करने वाले सभी पैसेंजर का बीमा हो जाता है। -विनोद यादव, सीबीएस कैंट स्टेशन, नार्दन रेलवे प्वाइंट टू बी नोटेड -कैंट स्टेशन से ख्ख्,000 यूटीएस डेली बिकते हैं। -रिजर्वेशन सेंटर से फ्,000 टिकट रोज बुक होते हैं। -स्टेशन पर यूटीएस के लिए मौजूद हैं क्भ् काउंटर। -दिन में क्ख् तथा रात में म् काउंटर खुले रहते हैं।