- गोरखपुर यूनिवर्सिटी को मिली इंटीग्रेटेड लॉ की मान्यता

- सेल्फ फाइनेंस होगा कोर्स, 35 हजार रुपए होगी सालाना फीस

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में मोस्ट अवेटेड पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड एलएलबी कोर्स संचालन के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया की अनुमति मिल गई है। इस कोर्स में दाखिला इसी सेशन में ही होगा, हालांकि अभी कुछ फॉर्मेल्टी होना बाकी है। जिम्मेदारों की मानें तो यह कोर्स सेल्फ फाइनेंस्ड होगा। 60-60 सीटों के दो सेक्शन होंगे। एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार एंट्रेंस एग्जाम करने की तैयारी में हैं। इसकी मिनिमम एलिजिबिल्टी 12वीं होगी। इस कोर्स की ड्यूरेशन पांच साल होगी, जिसके बाद कैंडिडेट को डिग्री मिलेगी।

2016 में मिल चुका है अप्रूवल

इंटीग्रेटेड एलएलबी की फीस करीब 35 हजार रुपए सालाना रखी गई है और एनुअल सिस्टम के हिसाब से यह कोर्स संचालित होगा। कक्षाओं में पढ़ाने के लिए बाहरी टीचर्स और एक्सप‌र्ट्स को बतौर गेस्ट लेक्चरर आमंत्रित किया जाएगा। इसको लेकर औपचारिकताएं जल्द पूरी होंगी। बता दें कि वर्ष 2016 में ही यूनिवर्सिटी की एकेडमिक काउंसिल और एग्जिक्युटिव काउंसिल ने इस कोर्स को हरी झंडी दे दी थी। इसी साल कुलाधिपति की हरी झंडी भी मिल गई, लेकिन कुछ वजहों से इसमें रोड़ा अटका रहा और कोर्स अब तक शुरू नहीं हो सका।

वर्जन

इंटीग्रेटेड एलएलबी के लिए हम लगातार कोशिश कर रहे थे। बीसीआई से कक्षा संचालन की अनुमति मिल गई है। दाखिले की प्रक्रिया भी जल्द शुरू हो जाएगी।

- प्रो। जितेंद्र मिश्र, डीन लॉ