- आतंकवाद से निपटने को इंटेलिजेंस मुख्यालय ने कसी कमर

- देश भर में भ्रमण कर खुफिया की बारीकियों को जानेंगे अफसर

- अन्य प्रदेशों के अनुभवों से लेंगे सीख, यूपी में मजबूत होगा ढांचा

LUCKNOW :

आतंकवाद हो या नक्सलवाद, यूपी पुलिस की खुफिया यूनिट (इंटेलिजेंस) उनकी हर हरकत पर नजर रखने और उनसे बखूबी निपटने के लिए खुद को तैयार कर रही है। देश भर में जिन जगहों पर आतंकवाद और देश विरोधी ताकतों से निपटने के लिए बेहतरीन खुफिया तंत्र मौजूद हैं, वहां जाकर उनके अनुभव बटोरने की कवायद शुरू हो चुकी है। इंटेलिजेंस मुख्यालय ने अपने दस अफसरों को इस मिशन पर लगाया है जो देश भर में करीब एक दर्जन जगहों पर जाकर उनसे इंटेलिजेंस की उन बारीकियों को जानेंगे जिन्हें यूपी में रोजमर्रा के काम में इस्तेमाल करके खुफिया तंत्र को मजबूत बनाया जा सके और प्रदेशवासियों को सुरक्षा मुहैया करायी जा सके।

तेलंगाना पुलिस ने की थी मदद

दरअसल यूपी में आतंकवादी संगठनों के मॉड्यूल्स खासी तादाद में हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान ऐसे कई मामले भी सामने आ चुके हैं। हाल में लखनऊ में पकड़े गये कानपुर के युवकों के खुरासान मॉड्यूल ने पुलिस को चौंकाने पर मजबूर कर दिया था। लखनऊ की रिहाइशी कॉलोनी में आतंकियों की आमद की पुलिस को भनक भी न लगती अगर तेलंगाना पुलिस ने मौके पर कुछ अहम जानकारियां साझा न की होती। तेलंगाना पुलिस की मदद के बाद ही ठाकुरगंज की हाजी कॉलोनी में आईएस आतंकी सैफुल्लाह को मार गिराया जा सका था। बाद में एटीएस ने इस ग्रुप के तमाम सदस्यों को गिरफ्तार भी किया था जिनके नाम-पते तेलंगाना पुलिस ने मुहैया कराए थे। इसी तरह कई मामलों में आईबी की मदद से आतंकी मॉड्यूल और आईएसआई एजेंट दबोचे जा सके। इसी वजह से अब यूपी पुलिस बेहतर इंटेलिजेंस नेटवर्क वाले प्रदेशों में जाकर उनकी ट्रेनिंग फैसिलिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, फील्ड इंफोर्मेशन जुटाने के तरीकों के बारे में जानेगी ताकि उसी के मुताबिक यूपी में इंटेलिजेंस नेटवर्क तैयार किया जा सके।

खुद को बनाएंगे ताकतवर

इन हालात में यूपी पुलिस अपनी खुफिया इकाई को मजबूत करने की तैयारी में है ताकि आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच में कोई कठिनाई या सूचना का अभाव होने की स्थिति सामने न आए। इसी वजह से दस अफसरों को उन सभी जगहों पर भेजा जा रहा है जिनका इंटेलिजेंस नेटवर्क बेहद मजबूत माना जाता है। इन जगहों पर जाकर उनकी कार्यशैली का अध्ययन करने के बाद इसे यूपी पुलिस में अमल में लाया जाएगा। इनमें बार्डर सिक्योरिटी फोर्स भी शामिल है जिसका जिम्मा आतंकियों की घुसपैठ रोकना है और इसके लिए वह अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करती है।

इन जगहों पर जाएगी टीम

हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, चेन्नई, वारंगल, पुणे, बैंगलोर, बीएसएफ