-हैलट में दो ने दम तोड़ा, 3 की सड़क पर तो एक अन्य की घर में हुई मौत

- सरकारी हॉस्पिटल्स में भर्ती हुए एक दर्जन से ज्यादा पेशेंट्स

- सनबर्न और कंजंक्टिवाइटिस के पेशेंट भी बढ़े

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KANPUR : भीषण गर्मी ने जान लेना शुरु कर दिया। वेडनसडे को ब्ब् डिग्री पारे में पड़े हीट स्ट्रोक की वजह से भ् की मौत हो गई। इसके अलावा गर्मी के असर से दर्जन भर से ज्यादा लोगों को गवर्नमेंट हॉस्पिटलों में भर्ती कराया गया। इसके अलावा गर्मी और धूप की वजह से सनबर्न और कंजंक्टिवाइटिस के मामले भी काफी बढ़ गए हैं। हैलट ओपीडी की ही बात करें तो रोज ब्00 से ज्यादा पेशेंट पहुंच रहे हैं।

ख् हैलट में, फ् ने सड़क पर दम तोड़ा

भीषण गर्मी और धूप की वजह से सिटी में चार लोगों की जानें गई। इसमें से दो ने हैलट में दमतोड़ा। बर्रा-8 वरूण विहार निवासी रामवती की गर्मी की वजह से मौत हो गई। उन्हें परिजनों ने उन्हें मंगलवार देररात हैलट में भर्ती कराया था। वहीं बुधवार दोपहर को हैलट इमरजेंसी लाए गए अधेड़ की मौत की वजह भी डॉक्टरों ने हीटस्ट्रोक बताई। उनके परिजन फौरन शव को लेकर चले गए। वहीं जीटीरोड पर माईकार शोरूम के पास गर्मी के शिकार विमल किशोर गुप्ता का शव पेड़ के किनारे पड़ा मिला। देहली सुजानपुर निवासी विमल बुधवार दोपहर को घर से काम पर निकले थे। मालरोड पुल के नीचे केडीए कालोनी निवासी राम प्रताप और फजलगंज चार खंबा कुंआ के पास राजापुरवा निवासी इकबाली शाह का शव पड़ा मिला। इनकी मौत की वजह भी हीट स्ट्रोक बताई जा रही है। दादानगर में बिहार निवासी चंद्रेश्वर पांडे का शव उनके घर में पड़ा मिला। पुलिस के मुताबिक उनकी गर्मी से मौत हुई है।

पेशेंट्स की संख्यकई गुना

गर्मी बढ़ते ही उससे होने वाली बीमारियों के पेशेंट्स भी बढ़ गए हैं। हैलट की ओपीडी की ही बात करें तो वेडनस डे को स्किन डिपार्टमेंट की ओपीडी में ब्87 पेशेंट आए। इसके अलावा आंखों में होने वाली कंजेक्टिवाइटिस के मामले भी काफी बढ़े हैं। बच्चों में डायरिया और डीहाईड्रेशन के ही वेडनसडे को फ्0ब् पेशेंट आए। इसके अलावा हीटस्ट्रोक के आधा दर्जन से ज्यादा पेशेंट इमरजेंसीे में भर्ती हुए। उर्सला और केपीएम में भी म् पेशेंट भर्ती हुए।

घर से निकलने से पहलये करें

-हाथ और सिर ढक कर निकले

- डिहाईड्रेशन से बचने के लिए पानी और ग्लूकोज साथ लेकर चले

- एसपीएफ-क्भ् से युक्त सन प्रोटेक्शन क्रीम लगाए

-काला चश्मा लगा कर निकले

-एक दम से ठंडे या गरम से ठंडे वातावरण में न जाए