- इंटर में दिंधाला गांव का अभिषेक रहा नंबर वन

- 95 प्रतिशत मा‌र्क्स लेकर संजोया इंजीनियर बनने का सपना

- देवीनगर का अमित सेकंड और कंकरखेड़ा की अर्भिता रहीं थर्ड

Meerut : यूपी बोर्ड का रिजल्ट आते ही परीक्षार्थियों के चेहरे खुशी से खिलने लगे। इंटर में मोहीउद्दीनपुर के दिंधाला गांव का अभिषेक सिटी में नंबर वन पर रहा। वहीं मेरठ के देवीनगर का अमित वर्मा सेकंड और कंकरखेड़ा की अर्भिता मणी त्रिपाठी थर्ड नंबर पर रहीं। सिटी के तीनों टॉपर्स को उनके स्कूल, साथियों व प्रियजनों ने बहुत शुभकामनाएं दीं। वहीं टॉपर्स ने भी अपनी खुशियों को प्रियजनों से सांझा किया।

किसान के बेटे ने किया नाम रोशन

मेरठ के मोहीउद्दीनपुर के दांधला गांव में एक किसान के बेटे ने न केवल अपने मां-बाप का नाम रोशन किया है बल्कि अपने गांव का भी नाम और स्कूल का नाम भी रोशन कर दिया है। अभिषेक स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज, रिठानी का छात्र है। उसने इंटर में 9भ् प्रतिशत अंक प्राप्त कर मेरठ टॉप किया है।

क्ख् से क्भ् घंटे करता था पढ़ाई

अभिषेक कुमार ने पीसीएम से इंटर क्लॉस में मेरठ टॉप किया है। उसके टोटल ब्7भ् मा‌र्क्स हैं। हिंदी में 9भ्, इंग्लिश में 9ख्, मैथ्स में 9म्, कैमिस्ट्री में 9म् और फिजिक्स में अभिषेक के 9म् मा‌र्क्स हैं। अभिषेक ने बताया कि उसने इतने नंबर लाने के लिए क्ख् से क्भ् घंटे पढ़ाई की है। इस स्टडी के लिए उसे किसी ट्यूशन की जरुरत नहीं पढ़ी। अभिषेक ट्यूशन से ज्यादा सेल्फ स्टडी पर विश्वास रखता है। अब अभिषेक इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है, वह इंजीनियर बनना चाहता है।

मां का खुशी का ठिकाना नहीं

अभिषेक के टॉपर होने की बात सुनते ही उसके पिता अजय और उसकी मां शोभा देवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसके पिता अजय का कहना है कि वह एक किसान हैं और किसान होने के नाते उन्होंने अपने बेटे को मेहनत करना सिखाया है। उसकी मेहनत का इतना अच्छा नतीजा मिला, जिसे देखकर खुशी के आंसू निकल आए। मां शोभा देवी का कहना है कि उनका बेटा शुरु से ही बहुत मेहनती है। अपने पापा के साथ भी उसने बहुत हाथ बंटाया है।

खेल में भी निपुण है अभिषेक

अभिषेक न केवल पढ़ाई में होशियार है। बल्कि वह खेल में भी रुचि रखता है। उसकी मां शोभा ने बताया कि वह वालीबॉल खेलना बहुत पसंद करता है और खेलों में भी रुचि रखता है। अभिषेक ने बताया कि उसे मैथ्स बहुत ही पसंद है।

भाई से मिलती है प्रेरणा

अभिषेक ने बताया कि उसके भाई के इंटर में बहुत ही अच्छे मा‌र्क्स आए थे। वह बीएससी कर रहा है। उसके भाई का हाल फिलहाल में अंबाला में एयर फोर्स के लिए सिलेक्शन हो गया है। वह अपने भाई से बहुत ही प्रेरित है। उसने बताया इससे पिछले साल उसके भाई कुलदीप के भी बहुत अच्छे मा‌र्क्स आए थे।

मां और टीचर्स का रहा साथ

अभिषेक ने बताया कि उसके गांव से क्भ् किलोमीटर दूर उसका स्कूल पढ़ता है। जहां वह साइकिल या कभी पैदल जाता है। उसकी पढ़ाई में उसकी मां ने उसका बहुत ही सपोर्ट किया है। वहीं उसके स्कूल के हिंदी व इंग्लिश एचओडी विरेंद्र सिंह और प्रिंसिपल सुशील शर्मा ने उसका बहुत ही सपोर्ट किया है।

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देश की बुराइयों को खत्म सपना

मेरठ सिटी के सेकंड टॉपर अमित वर्मा का सबसे बड़ा सपना है देश की बुराइयों को खत्म करना। वह इसके लिए अपने लेवल पर प्रयास करता रहता है। अमित वर्मा सदर स्थित एसडी ब्वॉयज का ही छात्र है। अमित ने 9ब्.ख् प्रतिशत अंक प्राप्त कर सेकंड नम्बर पर टॉप किया है।

स्कूल का नाम कर दिया है रोशन

अमित वर्मा ने पीसीएम से टोटल 9ब्.ख् प्रतिशत अंक प्राप्त किए। वह मेरठ में इंटर क्लास में सेकंड नम्बर के टॉपर रहे। उसके टोटल ब्7क् मा‌र्क्स हैं। हिंदी में 90, इंग्लिश में 9म्, फिजिक्स में 99, केमिस्ट्री में 88 और मैथ्स में 98 मा‌र्क्स आए हैं। इतने अच्छे अंक लाने के लिए अमित ने सात से आठ घंटे की पढ़ाई की है।

अमित को गाने पंसद

अमित वाकई ही पढ़ाई में बहुत होशियार है। पढ़ाई के साथ ही अमित टिचिंग में बहुत रुचि रखता है। अमित ने बताया कि उसे सिंगिंग बहुत पसंद है। इसके अलावा वह जरनल नॉलेज बढ़ाने के लिए विभिन्न तरह की बुक्स पढ़ना भी पसंद करता है। उसे जरनल नॉलेज की किताबें पढ़ना, जरनल नॉलेज के चैनल देखना बहुत ही पसंद है।

आईएस बनना है सपना

अमित का सपना आईएस ऑफिसर बनने का है। अमित ने बताया कि वह अपने कजन भाई प्रशांत से बहुत ही प्रेरित है। प्रशांत भी आईएएस ऑफिसर है। अमित अपने भाई से बहुत ही प्रेरित है। उसका सपना है कि वह देश में होने वाली हर बुराई को जड़ से खत्म कर दे। अमित का सबसे बड़ा सपना है देश को बुराई मुक्त बनाना है।

पिता और मां का रहा है सपोर्ट

अमित ने बताया कि उसके पिता देवेंद्र वर्मा आईआईएमटी में डायरेक्टर के पीए हैं और मां शशि वर्मा हैं। उसे इस मुकाम तक पहुंचाने में उसके माता पिता का बहुत ही सपोर्ट रहा है। अमित ने बताया इससे पहले उसकी बहन वर्षा ख्0क्फ् में स्कूल टॉपर रह चुकी है उसके 80 प्रतिशत अकं आए। अमित अपने प्रिंसिपल को भी अपनी कामयाबी का श्रेय देता है। अमित अपने प्रिंसिपल बीबी बंसल को अपना आदर्श मानता है।

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अर्भिता रहीं तीसरे नंबर की टॉपर

मेरठ के कंकरखेड़ा रहने वाली अर्भिता मणी त्रिपाठी ने तीसरे नंबर पर टॉप कर स्कूल का नाम रोशन किया है। अर्भिता ने 9फ्.म् प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। वह सनातन धर्म सरस्वती शिशु मंदिर कंकरखेड़ा की छात्रा हैं। उसकी इस कामयाबी के लिए स्कूल टीचर्स, प्रिंसिपल वह सभी ने प्रियजनों ने शुभकामनाएं दीं।

9फ्.म् प्रतिशत आए हैं अंक

अर्भिता मणि त्रिपाठी के टोटल ब्म्8 मा‌र्क्स आए हैं। उसके हिंदी में 9भ्, इंग्लिश में 88, फिजिक्स में 9म्, मैथ्स में 9म् और केमिस्ट्री में 9फ् अंक आए हैं। उसके पिता शिव गोविंद त्रिपाठी सिविल इंजी। में प्राइवेट जॉब करते हैं और मां सुमन त्रिपाठी हाउस वाइफ है। बेटी का रिजल्ट देखने के बाद दोनों की ही खुशी का ठिकाना न रहा।

इंजीनियर बनना है सपना

अर्भिता ने बताया कि वह इंजीनियर बनना चाहती है। उसे साइंटिफिक बुक्स पढ़ना बहुत ही पसंद है। वह स्वामी विवेकानंद से बहुत ही पे्ररित हैं। उसने बताया कि वह स्वामी विवेकानंद की ज्यादातार बुक्स पढ़ती हैं। उनकी स्पीच, इंडिया के बारे में वो क्या सोचते थे। अर्भिता ने बताया कि वह इंडिया में किसी स्पेस में एक बड़ी खोज करना चाहती है। ताकि देश का नाम रोशन कर सकूं। अर्भिता को मैथ्स सब्जेक्ट बहुत ही पसंद है। वह खेल में भी रुचि रखती है वह एक अच्छी बैडमिनट खिलाड़ी भी हैं।

बहन भी रह चुकी है टॉपर

अर्भिता का कहना है कि प्रेरणा तो किसी से भी मिल सकती है। प्रेरणा लेने के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती है। उसने बताया कि इससे पहले उसकी छोटी बहन अर्मिता मेरठ में दसवीं क्लास की फोर्थ टॉपर रह चुकी है। उससे पे्ररित होकर मैंनें भी टॉपर लिस्ट में नाम लिखवाने का सपना संजोया था। जिसके लिए छह घंटे की पढ़ाई करनी पढ़ी है। उसने बताया इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सेल्फ स्टडी ही बेहतर तरीका रहा है।

टीचर ने भी किया है सपोर्ट

अर्भिता ने बताया कि उसके क्लास टीचर सुनील सर का उसे बहुत ही सपोर्ट रहा है। इसके साथ ही उसके मैथ्स टीचर अमित सर ने भी उसे बहुत सपोर्ट किया है। अपनी सफलता का श्रेय वह अपने टीचर्स को देती हैं। अर्भिता के प्रिंसिपल विनोद कुमार गोयल का कहना है अर्भिता शुरु से ही बहुत होनहार बच्ची रही है। वह अनुशासन वाली छात्रा है।