रेलवे की कमाई का इंतजाम

रेल मंत्री मल्लिकार्जुन ने खड़गे ने 72 नई रेलगाड़ियां चलाने का प्रावधान दिया है. ये रेल बजट मल्लिकार्जुन का पहला और प्रेजेन्ट होने के साथ ही सरकार का चुनावी साल का आखिरी रेल बजट है. रेलमंत्री ने बजट में रेल का किराया नहीं बढ़ाया है. रेलमंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए इससे ज्यादा करना शायद मुमकिन नहीं था. उन्हें सिर्फ चार महीने के खर्च की मंजूरी मिलेगी. लेकिन रेलवे की पूरे साल की योजना पेशकर उन्होंने हर सेक्शन को साधने की कोशिश की है. अंतरिम रेल बजट में ढांचागत योजनाएं संभव नहीं थीं. सारा दारोमदार नई ट्रेनों और फुटकर सहूलियतों पर होना था. 17 प्रीमियम ट्रेनों के जरिये उन्होंने यात्रियों के खास वर्ग को लुभाया है. साथ ही रेलवे की कमाई का भी इंतजाम कर दिया है. 38 एक्सप्रेस, 10 पैसेंजर ट्रेनों के अलावा उपनगरीय मार्गो पर चार ईएमयू(ईलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) व तीन डीएमयू(डीजल मल्टीपल यूनिट) ट्रेनों का एलान कर सामान्य और गरीब तबके की हसरत भी पूरी कर दी है. हालांकि तेलंगाना पर हंगामे के चलते उन्हें अपना बजट भाषण बीच में ही समाप्त करने को विवश होना पड़ा.

'जय हिंद'

रेल बजट की सबसे बड़ी खासियत 'जय हिंद' नाम से चलने वाली प्रीमियम ट्रेनों का एलान है. इनके किराये एयरलाइनों की तरह मांग-आपूर्ति के आधार पर तय होंगे. इसके अलावा जनरल टिकटों की मोबाइल पर बुकिंग, प्रमुख स्टेशनों के आसपास ट्रैक को गंदगी से निजात दिलाने के लिए 'ग्रीन कर्टेन' पायलट प्रोजेक्ट तथा शताब्दी व गोमती जैसी ट्रेनों के चेयरकार यात्रियों को अपग्रेडेशन सुविधा जैसे उपाय नए हैं. प्रीमियम ट्रेनों के जरिये खड़गे ने रेलवे की यात्री सेवाओं को घाटे से उबारने का मूलमंत्र दिया है. साथ ही यात्रियों की उस जमात को कन्फर्म टिकट पाने का वैकल्पिक रास्ता भी दिया है. जो लंबी दूरी की राजधानी जैसी ट्रेनों में आरक्षण के लिए परेशान होते हैं.

12.5 हजार करोड़ फंड बैलेंस

इन्हीं ट्रेनों की बदौलत खड़गे ने नई एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें चलाने का रास्ता भी निकाल लिया है. इसके अलावा वो बढ़े ढुलाई लक्ष्य व घटे परिचालन अनुपात के साथ 12.5 हजार करोड़ से अधिक का फंड बैलेंस दिखाने में कामयाब रहे. रेलवे में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की योजना को अंतरिम रेल बजट ने पुख्ता कर दिया है. हाईस्पीड कॉरीडोर जैसे विश्वस्तरीय रेल ढांचों के निर्माण में इसका उपयोग होगा. देखना यह होगा कि नई सरकार इस पर कैसा रुख अपनाती है.

भरोसा पैदा करने वाले एलान

यह दावा गारंटी दिलाने वाला है कि पिछले पांच सालों में 5,400 मानव रहित क्रॉसिंगों पर चौकीदार तैनात किए जा चुके हैं. देश में ट्रेन टक्कर रोधी प्रणाली टीसीएएस को जल्द ही अमल में लाए जाने का एलान भी भरोसा पैदा करने वाला है. रेलवे ट्रेनों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे पहली बार गंभीर प्रयास करते हुए दिखाई दे रहा है. आग से बचाने के लिए पैंट्री कारों में अब एलपीजी स्टोव के बजाय लौ रहित इंडक्शन चूल्हों का इस्तेमाल होगा. यूपीए सरकार के आखिरी महीनों में रेलमंत्री बने खड़गे को उद्घाटनों व हरी झंडी दिखाने के अलावा ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं मिला. इसलिए उन्होंने रेलवे में सरकार की पांच साल की उपलब्धियों, प्रधानमंत्री व यूपीए अध्यक्ष की अनुकंपाओं तथा 14 लाख रेलकर्मियों के समर्पित प्रयासों का गुणगान कर अपनी और कांग्रेस की चुनावी नैया खेने की यथासंभव कोशिश की है.

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