इंटरमीडिएट की छात्रा आखिरी परीक्षा के बाद फंदे पर झूली

एग्जाम अच्छे न होने पर पिछले कई दिनों से थी डिप्रेशन में

>BAREILLY:

एग्जाम खराब होने पर फेल होने के डर ने एक और होनहार स्टूडेंट की जान ले ली। रिजल्ट खराब होने के खौफ ने भोजीपुरा क्षेत्र में इंटरमीडिएट की एक छात्रा को सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया। फेल होने के डर से छात्रा पिछले कई दिनों से डिप्रेशन में आ गई थी। थर्सडे रात को छात्रा ने रस्सी का फंदा गले में डालकर झूल गई। छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों को आधी रात में घटना की जानकारी हुई तो घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने छात्रा को फंदे से तुरंत उतार कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव पोस्टमार्टम के लिए भ्ोज दिया।

परिवार के साथ खाया था खाना

भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव अटापट्टी जनूबी निवासी फूलचन्द्र की बेटी संतोषी (18) कक्षा 12 की छात्रा थी। वह अटामांडा स्थित आदर्श निकेतन इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। छात्रा के भाई अहिबरन ने बताया कि थर्सडे को वह परीक्षा में आखिरी पेपर संस्कृत का देकर आई थी। उसके पेपर अच्छे नहीं हुए थे, जिससे वह कई दिन से डिपे्रशन में चल रही थी। रात को परिवार के साथ खाना खाने के बाद वह सोने के लिए चली गई। रात में जब संतोषी की मां किशोरी उठी तो उन्हें संतोषी का शव किचेन में रस्सी के सहारे पंखे के कुंदे पर लटकता दिखा।

डॉक्टर बनने का था ख्वाब

जब तक परिजनों ने शव कुंदे से नीचे उतारा तब तक संतोषी की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने बताया कि संतोषी सात भाई बहनों में बड़ी थी। संतोषी की मौत पर भाई बहनों और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों ने बताया कि संतोषी पढ़ने में होनहार थी। उसके हाईस्कूल में भी अच्छे अंक आए थे। संतोषी का सपना डॉक्टर बनने का था, लेकिन डॉक्टर बनने का सपना अधूरा रह गया। इंटर में वह परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाई थी। इसी को लेकर वह डिप्रेशन में आ गई थी। संतोषी को परीक्षा में फेल होने का डर सता रहा था।

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